इलेक्शन के दौरान वोटर्स के सामने सबसे अहम सवाल ये होता है कि वह किस कैंडीडेट को चुनें और क्यों? किस पार्टी को अपना कीमती वोट दें। वोटर्स की इस समस्या को सुलझाने का प्रयास आई नेक्स्ट ने महाचौपाल का आयोजन करके किया। प्रमुख पार्टी के कैंडीडेट्स को एक प्लेटफॉर्म पर लाकर ना केवल पब्लिक से रूबरू कराया बल्कि उनसे सवाल पूछने का मौका भी उपलब्ध कराया। इलेक्शन से पहले चार राज्यों के 12 शहरों में कराए गए आई नेक्स्ट के सर्वे में सामने आए पब्लिक के 5 प्रमुख मुद्दों पर कैंडीडेट्स से उनकी दो टूक राय और उनका विजन जानने का प्रयास किया गया।

KANPUR: चुनाव के समय वादे करना और फिर भूल जाना और बाद में वोटर्स को बहलाना अब आसान नहीं है। पब्लिक अब जाग चुकी है। कुछ ऐसे ही संकेत संडे को आई नेक्स्ट के द्वारा सीएसए के कैलाश भवन में आयोजित महाचौपाल में मिले। उन्होंने कैंडीडेट्स पर सवालों के जमकर तीर चलाए। जिनके जवाब में देने में कैंडीडेट्स के पसीने छूटते नजर आए। कई कैंडीडेट तो सवालों के जवाब देने से बचने के लिए कैंपेन प्रोग्राम में लेट होने का बहाना बना कर थोड़ी देर में खिसक लिए। एक साहब चौपाल खत्म होने के बाद पहुंचे।

हुए आमने-सामने

पार्लियामेंट इलेक्शन से ठीक पहले संडे को आई नेक्स्ट ने सीएसए के कैलाश भवन में महाचौपाल का आयोजित की। जिसमें कानपुर नगर लोकसभा सीट से चुनाव लड़ रहे समाजवादी पार्टी के सुरेन्द्र मोहन अग्रवाल, आम आदमी पार्टी के डॉ। महमूद रहमानी, बीएसपी के सलीम अहमद, नवभारत डेमोक्रेटिक पार्टी के डॉ। निखिल गुप्ता, बीजेपी कैंडीडेट डॉ। मुरली मनोहर जोशी के प्रतिनिधि डॉ। मनोज मिश्रा के अलावा अकबरपुर लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी व सांसद राजाराम पाल और बीएसपी कैंडीडेट अनिल शुक्ला वारसी शामिल हुए।

डॉ जोशी के न आने से भड़के सुरेन्द्र मोहन

कानपुर नगर से सपा प्रत्याशी सुरेन्द्र मोहन कार्यक्रम में बिलकुल ठीक समय पर पहुंचे और अपना पक्ष रखा। लेकिन जैसे ही उन्हें पता चला कि डॉ मुरली मनोहर जोशी ने भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता डॉ मनोज मिश्र को अपना प्रतिनिधि बनाकर भेजा है तो वो भड़क गए। सुरेन्द्र मोहन ने कहा कि प्रतिनिधि के आने की बात नहीं हुई थी वर्ना मैं भी अपना प्रतिनिधि भेज देता। उन्हें समझाया गया कि सिर्फ डॉ जोशी ने ही अपना प्रतिनिधि भेजा है बाकी कैंडिडेट्स खुद आए हैं तो भी वो संतुष्ट नहीं हुए और अपना विरोध दर्ज कराते हुए कार्यक्रम से चले गए। हालांकि इससे नाराज होकर वहां मौजूद पब्लिक ने उनकी हूटिंग की।

याद दिलाए वादे

एक मंच पर प्रमुख पार्टी के कैंडीडेट्स के आने की जानकारी पाकर बड़ी संख्या में स्टूडेंट, डॉक्टर, टीचर, बिजनेसमैन, इंडस्ट्रियलिस्ट भी पहुंचे। मौका मिलते ही उन्होंने कैंडीडेट्स पर सवालों की बौछार कर दी, उन्हें और उनकी पार्टी द्वारा किए गए वादे याद दिलाए। डेवलपमेंट के नाम पर सिटी के साथ हो रहे सौतेलेपन, पॉल्यूशन, बन्द मिलों और बेरोजगारी की समस्या से लेकर देश की सुरक्षा व्यवस्था, टैक्सेशन सिस्टम आदि को लेकर सवाल पूछे? जिनका जवाब देने के लिए कैंडीडेट्स को दिमाग पर काफी जोर डालना पड़ा। घुमा-फिराकर जवाब देने की कोशिश करने पर लोगों ने पीछा नहीं छोड़ा। मंच का सफल संचालन फेमस पॉलिटिकल एनॉलिस्ट मनोज त्रिपाठी ने किया। महाचौपाल के आखिरी क्षणों तक कैंडीडेट्स पर सवालों की बौछार का दौर चलता रहा। जनता के सवालों से साफ लगा कि इस बार वो काफी सोचने-समझने के बाद ही वोट देंगे।

पब्लिक के भ् मुद्दों पर मांगा जवाब

आई नेक्स्ट ने ब् स्टेट्स के क्ख् शहरों में सर्वे कराकर पब्लिक से इलेक्शन में उनके भ् प्रमुख मुद्दे जाने थे। जिसमें पब्लिक ने महंगाई, भ्रष्टाचार, नारी सुरक्षा, बेहतर शिक्षा और बेरोजगारी को प्रमुख मुद्दा बताया था। महाचौपाल में शामिल हुए सभी कैंडीडेट्स से पब्लिक के इन मुद्दों पर उनका जवाब भी जाना। साथ ही मुद्दों रूपी इन समस्याओं के हल को लेकर उनके और उनकी पार्टी के द्वारा किए जाने वाले संभावित उपाय(पॉलिसी) की भी पड़ताल की । महाचौपाल में आए लोगों ने एक मंच पर कैंडीडेट्स को लाने और उनसे रूबरू कराने के लिए आई नेक्स्ट को धन्यवाद दिया। लोगों का कहना है कि आई नेक्स्ट हमेशा से पब्लिक के मुद्दों को उठाता रहा है। पब्लिक से जनता को रूबरू कराने का आई नेक्स्ट का कदम अपने आप में अनोखा है।