- प्रशासन व नगर निगम की सख्ती के बावजूद शहर में जगह-जगह बेतरतीब ढंग से रखी होलिकाओं से पब्लिक परेशान

- बारिश से रंग, पिचकारी और रेडीमेड गुझिया-पापड़ का कारोबार प्रभावित, इस बार नहीं हुआ पहले जैसा मुनाफा

- मौसम में उतार-चढ़ाव और स्वाइन फ्लू के डर से कई लोगों ने होली खेलने से की तौबा, कई लोग परिवार संग शहर के बाहर घूमने गए

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KANPUR : मौसम की बेरुखी से होली का रंग ऐन त्योहार से पहले ही फीका पड़ चुका है। बेतरतीब ढंग से बिखरी पड़ी होलिकाओं ने पहले ही लोगों का जीना दुश्वार कर रखा है। बिक्री में जबर्दस्त गिरावट से व्यापारियों के चेहरे मुरझा गए हैं। रंग, पिचकारी, गुझिया-पापड़, कपड़ों आदि का बाजार ठंडा पड़ा है। वहीं स्वाइन फ्लू के डर से कई लोगों ने अबकी होली खेलने से तौबा कर ली है। उधर, बुधवार को स्कूल-कॉलेजों में छुट्टी से पहले स्टूडेंट्स ने जमकर एक-दूसरे को रंग लगाया। स्कूल टीचर्स के अलावा सरकारी-प्राइवेट ऑफिसों में भी स्टाफ मेम्बर्स ने आपस में होली खेलकर एक-दूसरे को होली की शुभकामनाएं दीं।

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सड़क पर फैल गई मिट्टी

सड़कों को सुरक्षित रखने के उद्देश्य से जिला प्रशासन व नगर निगम ने होलिका सजाने को लेकर नियम-कानून जारी किए। इसमें लकड़ी को सड़क पर रखने से पहले ईंट-मिट्टी और बालू की परत बिछाना अनिवार्य कर दिया गया है। एक हफ्ते पहले कुछ जगहों पर ऐसा किया भी गया, लेकिन रिकॉर्ड तोड़ बारिश के कारण वहां की मिट्टी पूरी सड़क पर फैल गई है। आर्य नगर, जवाहर नगर, अशोक नगर, शास्त्री नगर, फजलगंज, विष्णुपुरी, नवाबगंज, रावतपुर, ओमपुरवा पर सड़कों पर मिट्टी फैली पड़ी मिली। धूल-मिट्टी के गुबार और फिसलन की वजह से राहगीरों व वाहन चालकों को दिन भर काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा।

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दबंगों पर नजर

मनमानी जगह होलिका सजाने वालों पर जिला प्रशासन ने अपनी नजरें टेढ़ी कर दी हैं। एडीएम सिटी अविनाश सिंह ने बताया कि जिन इलाकों में पहली बार बिना परमीशन होलिका सजाई गई है। उन्हें चिन्हित करके हटवाने के आदेश जारी किये जा चुके हैं। विभिन्न इलाकों में जांच-पड़ताल के लिए सिटी मजिस्ट्रेट समेत एसीएम की कुल 8 टीमें गठित की गई हैं। जो चेकिंग का काम कर रही हैं। इनके साथ संबंधित थानों की पुलिस फोर्स भी गश्त कर रही है। एडीएम सिटी ने कहा कि होली प्रेम-सौहार्द और भाईचारे का त्योहार है। इसके नाम पर दबंगई, गुंडई या कॉम्पटीशन करने वालों से सख्ती से निपटा जाएगा।

इनसेट-इनसेट

दोपहर एक बजे तक खेला जाएगा रंग

जिला प्रशासन ने सार्वजनिक स्थानों पर होली और गंगा मेला पर रंग खेलने की समयसीमा निर्धारित की है। एडीएम सिटी अविनाश सिंह के अनुसार दोपहर एक बजे तक रंग खेलने पर पाबंदी है। आयोजन कमेटियों से साम्प्रदायिक सौहार्द व भाईचारा बनाए रखने संबंधी दिशा-निर्देश भी जारी किए गए हैं।

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होलिका सजाने के यह हैं नियम -

जिला प्रशासन व नगर निगम ने होलिका सजाने को लेकर इन गाइडलाइंस को जारी किया है। मगर, बुधवार को आई नेक्स्ट रिपोर्टर को ज्यादातर स्थानों पर नियम फॉलो होते नजर नहीं आए-

- सड़क पर बालू की परत बिछाई जानी चाहिए।

- बालू के ऊपर लाल ईंट वाले पत्थरों लगाए जाएं।

- ईंट के ऊपर दोबारा बालू की परत बिछाई जाती है।

- बालू के ऊपर मिट्टी की मोटी परत बिछाने के बाद लकड़ी के लट्ठे रखे जाएं।

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