-दंगे के बाद का नजारा।

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सुबह साढ़े आठ बजे के बाद करीब ढाई-तीन घंटे के बाद जब भीतरगांव में उठी आग शांत हुई तो पूरे गांव का नजारा बदल चुका था। सुबह से ही जिस गांव में चहल-पहल शुरू हो जाती थी। वहां दोपहर को मरघट सा सन्नाटा पसरा था। कुछ लोग घरों के बाहर बैठे भी तो पुलिस के पहुंचते ही अंदर चले गए।

गांव का मेन मार्केट बंद

भीतरगांव की मेन मार्केट इस बवाल के बाद बंद हो गई। करीब सौ दुकानों वाली इस मार्केट के शटर भी बवाल के साथ बंद हो गए। दुकानदारों का कहना है कि कुछ उपद्रवियों ने दुकान में घुसकर लूट पाट भी की। जब विरोध किया तो जान से मारने की धमकी देने लगे। इससे डर कर सबने अपनी-अपनी दुकानें बंद कर दीं।

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बॉक्स में लगाएं

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महिला डीएम को देख्ाकर चौके

इ.कौन हैकान में फुनवा लगइएके बतियात जाय रही हैबहुत देर से फुनवा कान में लगाए हैपता नहीं काहे नहीं हटाए रही हैये वो लाइन हैं जोकि शहर की डीएम डॉ। रौशन जैकब को देखकर गांव की महिला कह रह थी। गांव में हुए बवाल की पल-पल की जानकारी उच्च अधिकारियों को दे रहीं डीएम डॉ। रौशन जैकब को देखकर गांव की महिलाओं का रिक्शन कुछ ऐसा ही दिखा।

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सबसे पहले पहुंचे आईजी

दंगे की सूचना पाकर सबसे पहले आईजी आशुतोष पांडेय मौके पर पहुंचे। वहां पहुंचते ही उन्होंने आनन-फानन में कई थानों की पुलिस को मौके पर बुलाया। इतना ही नहीं थाने की फोर्स के साथ ही उन्होंने फायर ब्रिगेड की गाडि़यों को मौके पर बुला लिया। जिससे की किसी भी स्थिति से निपटा जा सके।

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लेते रहे पल-पल की जानकारी

घाटमपुर में हुई घटना की पल-पल की जानकारी लोग फोन पर लेते रहे। गांव से बाहर रहने वाले लोगों के रिश्तेदारों ने हर जानकारी के लिए फोन करते रहे।

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इंस्पेक्टर, चौकी इंचाजर् संस्पेड

आईजी आशुतोष पांडेय ने बताया कि प्रथम दृष्टया दोषी पाए जाने पर घाटमपुर के इंस्पेक्टर और चौकी इंचार्ज को सस्पेंड कर दिया गया है। इसके अलावा और भी पुलिस कर्मियों की पहचान की जा रही है जोकि इस मामले में लापरवाही बरतने के आरोपी होंगे।

दो मुकदमे, एनएसए और सेवन सीएलए भी

घाटमपुर दंगे में पुलिस ने दो मुकदमे दर्ज किए हैं। पहले में आईपीसी की धारा 147, 148, 149, 436 और 307 के तहत मुकदमा दर्ज किया है। दूसरे में घाटमपुर एसओ ने 147, 148, 149, 307, 332, 353, 436, 336, सेवन सीएलए और 3/4ब् लोकसंपत्ति क्षति निवारण एक्ट के तहत कार्रवाई की है। वहीं गिरफ्तार किए गए लोगों पर डीएम ने एनएसए की भी संस्तुति कर दी है।

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पुलिस का वर्जन

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पूरा पुलिस और प्रशासनिक अमला

आईजी, कानपुर जोन आशुतोष पांडेय के अनुसार स्थिति पर पल-पल की नजर रखने के लिए भीतरगांव में कानपुर नगर के 7 एसओ ओर ख् सीओ को तैनात किया गया है। इसके अलावा औरेया, कन्नौज से 8 एसओ और फ् सीओ को तैनात किया गया है। गांव में फ्0 सब इंस्पेक्टर और क्00 कॉन्स्टेबल को लगाया गया है। फिलहाल भीतरगांव में स्थित पूरी तरह कंट्रोल में है। एहतियात बरतते हुए मौके पर पुलिस फोर्स तैनात कर दी गई है। किसी भी व्यक्ति के गड़बड़ी करने पर उससे पुलिस सख्ती से पेश आएगी। एक मामूली सी बात पर बड़ा बवाल कैसे हो गया? इस मामले के कई पहलुओं पर जांच की जाएगी। अगर इसमें कोई पुलिसकर्मी दोषी पाया जाता है तो उसके खिलाफ भी सख्त कार्रवाई की जाएगी। किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा। फिलहाल स्थिति पूरी तरह से नियंत्रण में है।

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कितनी फोर्स तैनात है

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कानपुर नगर से

एसओ 7

सीओ ख्

औरेया, कन्नौज, कानपुर देहात से

एसओ 8

सीओ फ्

एसआई फ्0

कांस्टेबल क्00