कानपुर (ब्यूरो)। वल्र्ड हेल्थ डे पर इस बार डब्ल्यूएचओ की थीम &माई हेल्थ माई राइट&य रखी है। जिसमें हेल्थ डिपार्टमेंट लोगों को उनके उम्र के हिसाब स्वास्थ को लेकर अवेयर करेगा। जैसे कि बढ़ती उम्र के साथ उनको किन बातों का ध्यान रखना है, किन चीजों को अवॉइड करना है। क्या खाने से बचना है और क्या चीज अपनी डाइट में शामिल करना है। अपने रुटीन को कैसे मेनटेन करना है। बीमारी के लक्षणों को कैसे पहचानना है और किस एक्सपर्ट के पास ट्रीटमेंट के लिए जाना है। जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज के मेडिसिन डिपार्टमेंट के प्रोफेसर के मुताबिक बढ़ती उम्र के साथ अपनी हेल्थ के प्रति अवेयर रहकर आप बीमारी मुक्त जीवन जी सकते हैं।

उम्र के हिसाब से ऐसे रखें अपना ख्याल

14 से 20 उम्र के बच्चों को स्ट्रेस से बचना चाहिए। पढ़ाई में किसी प्रकार की समस्या होने पर अपने टीचर्स व पैरेंट्स से शेयर करना चाहिए। जंक फूड का यूज कम करना चाहिए। इसके अलावा इनडोर गेम की अपेक्षा आउटडोर खेलना चाहिए। जिससे पसीने के साथ शरीर में मौजूद खराब कीटाणु बाहर निकल जाते है। वहीं आउटडोर गेम खेलने से आपको वेट भी कंट्रोल रहेगा।


20 से 40 उम्र के लोगों को संतुलित आहार का सेवन करना चाहिए। डाइट में प्रोटीन युक्त चीजों का सेवन अधिक करना चाहिए। जोकि बॉडी को एनर्जी देता है। इसके अलावा फिजिकल एक्टिविटी के साथ डेली कम से कम एक घंटा एक्सरसाइज अवश्य करना चाहिए। जिससे आपकी बॉडी फिट रहेगी। वहीं इस उम्र में नशे की वस्तुओं से दूरी बनाना चाहिए। नशे की वजह से भी बीपी, शुगर समेत कई बीमारियों के होने की खतरा बढ़ जाता है।

40 से 60 उम्र के लोगों को डेली एक्सरसाइज, योगा के साथ बैलेंस डाइट का सेवन करना चाहिए। इसके साथ ही बीपी व शुगर की नियमित जांच कराने के साथ अपनी बॉडी का चेकअप भी एक साल में अवश्य कराते रहे। इसके अलावा अगर आपको बीपी व शुगर की समस्या है तो उसकी मेडिसिन नियमित लेना चाहिए। इस उम्र में बीपी, शुगर व कोलेस्ट्रॉल की जांच समय-समय में कराने के साथ वेट पर कंट्रोल करना चाहिए। क्योंकि वेट बढऩे से कई बीमारियां बॉडी को घेर लेती हैं।

60-80 उम्र के लोगों को बीपी, शुगर कितनी होनी चाहिए। इसकी सही जानकारी होनी चाहिए। समस्या होने पर उसकी मेडिसिन नियमित खानी चाहिए। वहीं फिजिकल एक्टिविटी कम कर देना चाहिए। वहीं इन बातों का ध्यान रखना चाहिए कि टॉयलेट व बाथरूम में लगी टाइल्स अधिक चिकनी तो नहीं है। क्योंकि इस उम्र में शरीर का बैलेंस खराब होकर गिरने के अधिक आशंका बनी रहती है। उम्र के हिसाब से संतुलित आहार का सेवन करे, एक बार में भर पेट खाना न खाए। डॉक्टर से रेगुलर चेकअप व नियमित चलने वाली मेडिसिन का डोज समय-समय पर सेट कराते रहें।

80 प्लस उम्र में लोगों को अपनी डाइट को सीमित कर देना चाहिए। इसके अलावा रेगुलर चेकअप करने के साथ घर में ही योगा करना चाहिए। फिजिकल एक्टिविटी को कम कर देना चाहिए। वहीं टीवी व सांग सुनकर मन को खुश रखना चाहिए। क्योंकि इस उम्र में फैमिली के अन्य मेंबर्स अपने-अपने काम में व्यस्त हो जाते है तो सीनियर सिटीज अपने आपको अकेला महसूस करते हैं। लिहाजा टीवी व सांग सुनकर मनोरंजन करना चाहिए।


वल्र्ड हेल्ड डे पर इस बार डब्ल्यूएचओ ने माई हेल्थ माई राइट थीम रखी है। जिसको लेकर लोगों को यह अवेयर करना है कि किस उम्र में किन-किन बातों का ध्यान रखना चाहिए। इसके अलावा समस्या होने पर कहां और किस डॉक्टर को दिखाना है। वहीं बीपी व शुगर किस उम्र में कितनी होनी चाहिए। जिससे वह स्वस्थ जीवन जी सके।
प्रो। एसके गौतम, मेडिसिन डिपार्टमेंट, जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज