- पांच साल से नए राशन कार्ड इश्यू ही नहीं हुए, 55 हजार से ज्यादा एप्लीकेशंस पेंडिंग

- पुराने कार्ड कैंसिल करके ही नए कार्ड हुए हैं जारी, पेंडेंसी में ज्यादातर एपीएल कार्ड

- प्रशासन की सर्वे कम्पनी की गलतियों का खामियाजा भुगत रही पब्लिक

kanpur@inext.co.in

KANPUR : कानपुर में डिजिटल राशन कार्ड बनवाना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन हो चुका है। नए राशन कार्ड के चक्कर में कैंसिल राशन कार्ड होल्डर्स की हालत त्रिशंकु जैसी हो चुकी है। वहीं नए घर-पते पर शिफ्ट हुए लोगों के कार्ड कब से बनना शुरू होंगे, इसकी तारीख भी अब तक डिस्क्लोज नहीं की जा सकी है।

पांच साल पहले

सप्लाई विभाग के आंकड़ों के अनुसार कानपुर में महज क्क्.भ्0 लाख परिवारों के पास राशन कार्ड हैं। इसमें एपीएल, बीपीएल और अंत्योदय तीनों कैटेगरी के कार्ड होल्डर्स शामिल हैं। मगर, हैरानी ये कि यह आंकड़े पांच साल पहले यानि सन-ख्009 के हैं। इसके बाद से नए राशन कार्ड बने ही नहीं। पुराना कार्ड कैंसिल होने की दशा में ही नया कार्ड इश्यू किया गया। ऐसे लोगों में सबसे ज्यादा बीपीएल कैटेगरी के लोग शामिल रहे। बीते पांच सालों में भ्भ् हजार एप्लीकेशन पेंडिंग पड़ी हैं। एडीएम सप्लाई शारदा प्रसाद यादव के मुताबिक पेंडेंसी लगातार बढ़ती जा रही है।

त्रिशंकु बन गई पब्लिक

डिजिटल राशन कार्ड के चक्कर में पब्लिक ही हालत त्रिशंकु जैसी हो गई है। ना तो पुराने कार्ड मान्य रहे, ना ही नए कार्ड मिलने की कोई उम्मीद ही नजर आ रही है। सबसे ज्यादा दिक्कत उन लोगों के साथ है, जिन्होंने हाल ही में अपना घर-पता चेंज किया है। ऐसे परिवारों के लिए सप्लाई विभाग के पास कोई योजना नहीं है। ना ही सरकार की तरफ से ही कोई दिशा-निर्देश जारी किये गए हैं।

---

वर्जन वर्जन

पहले पुराने लोगों के ही राशन कार्ड बन जाएं, फिर नए घर में शिफ्ट हुए परिवारों का नंबर आएगा। वैसे इस संबंध में गवर्नमेंट की तरफ से कोई गाइडलाइंस इश्यू नहीं हुई हैं। इसलिए पब्लिक के पास इंतजार के सिवाय दूसरा ऑप्शन ही नहीं है।

- शारदा प्रसाद यादव, एडीएम सप्लाई