झकरकटी बस अड्डे की बदलेगी सूरत
- बस अड्डे का पीपीपी माडल के तहत होगा विकास, मिलेंगी कई आधुनिक सुविधाएं
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KANPUR। झकरकटी बस अड्डे की हालत जल्द ही सुधरने वाली है। पीपीपी माडल के तहत बस अड्डे का विकास किया जाएगा। करीब फ् साल पहले परिवहन विभाग ने शासन को झकरकटी बस अड्डे को पीपीपी माडल के तहत विकसित करने का प्रपोजल भेजा था। जिस पर शासन ने अब जाकर मुहर लगाई है। सितंबर ख्0क्ब् से बस अड्डे का डेवलपमेंट होना शुरु हो जाएगा।
फ् साल से लटका हुआ था प्रपोजल
शासन में झकरकटी बस अड्डे के विकास का प्रपोसल पिछले फ् साल से लटका हुआ था। परिवहन विभाग ने करीब फ् साल पहले पीपीपी माडल के तहत बस अड्डे के विकास का खाका तैयार किया था। प्रपोजल शासन को भेजा गया था। हाल ही में शासन ने इस पर मुहर लगा दी है। बस अड्डे में निर्माण के लिए तैयारियां भी शुरु कर दी हैं।
सितंबर से शुरु होगा काम
परिवहन अधिकारियों का मानना है कि झकरकटी बस अड्डे को डेवलेप करने का काम सितंबर ख्0क्ब् से शुरु होगा। निर्माण इकाई को इसका ठेका दिया जाएगा। झकरकटी बस अड्डा अन्तर्राज्यीय बस अड्डा है। यहां प्रतिदिन क्क्00 बसें आती हैं। करीब भ्0 हजार पैसेंजर्स का रोज का आना-जाना है।
मिलेंगी ये प्रमुख सुविधाएं
झकरकटी बस अड्डे पर पीपीपी माडल लागू होने के बाद कई प्रमुख सुविधाएं बढ़ा दी जाएंगी। यहां प्रमुख रूप से ये सुविधाएं बढ़ेंगी।
- महिला व पुरुष के एसी प्रतिक्षालय
- पे टॉयलेट की सुविधा
- मेनटेन प्लेटफार्म जहां बसें ठीक से खड़ी हो सकें
- बस अड्डे पर मल्टी स्टोरी बिल्डिंग जहां पैसेंजर्स के रुकने की व्यवस्था हो
- बस अड्डे के सारे काम कम्प्यूटराइज्ड करने का प्लान
- शापिंग कॉम्प्लैक्स जिसमें जरुरत की हर चीज मिल सके
- बस अड्डे पर एक फूड प्लाजा जिसमें रियायती दरों पर फूड मिल सके
- बस अड्डे पर मेडिकल की उचित व्यवस्था
अभी तो स्थिति बेहद खराब
झकरकटी बस अड्डे की स्थिति फिलहाल तो बेहद खराब है। आलम ये है कि एसी प्रतिक्षालय सिर्फ बोर्ड तक सीमित है। बस अड्डे पर पैसेंजर्स की सुविधा के नाम पर कुछ नहीं है। बसें कभी भी प्लेटफार्मों के हिसाब से खड़ी नहीं होती हैं। बस अड्डे पर ज्यादातर काम मैन्युअली ही होता है।
वर्जन:
झकरकटी बस अड्डे का पीपीपी माडल के तहत विकास करने के प्रपोसल पर शासन की मुहर लग गई है। इस साल इस पर काम शुरु हो जाएगा।
- राजीव चौहान, आरएम