जीआरपी इंस्पेक्टर का बेटा हूं

मोतीझील गेट पर चेकिंग अभियान के दौरान पुलिसकर्मी ने सामने से आ रही नीली बत्ती लगी एक गाड़ी को रुकने का इशारा किया। गाड़ी रुकते पर पुलिसकर्मी कुछ बोलता, इससे पहले ही, गाड़ी में बैठे युवक ने नेताओं वाली स्टाइल में सीओ से पूछा कि क्या हो रहा ये। दिख नहीं रहा, नीली बत्ती लगी है। गाड़ी क्यों रोकीक्या कोई नया फरमान जारी हो गया है। तभी सीओ ट्रैफिक ने विनम्रता से युवक का परिचय पूछा, तो जवाब मिला, जीआरपी इंस्पेक्टर का बेटा हूं। उनका इलाहाबाद ट्रांसफर हो गया है, लेकिन अभी ज्वाइन नहीं किया है। इतना सुनते ही सीओ ने गाड़ी से नीली बत्ती उतरवाकर उसके हाथ में चालान थमा दिया।

टोल टैक्स बचाने के लिए

एक टैक्सी कोटे की गाड़ी (यूपी 78 सीएन 3809) को रोका गया। गाड़ी में पीले रंग की नंबर प्लेट के साथ आल इंडिया परमिट लिखा था। गाड़ी में नीली बत्ती लगी थी। सीओ ने ड्राइवर से पूछा कि नीली बत्ती क्यों लगा रखी है? ड्राइवर का कहना था कि टोल टैक्स बचाने के लिए नीली बत्ती लगाई है। इससे एक से डेढ़ हजार का टोल टैक्स बच जाता है। अगर कभी पकड़ा गया तो पांच सौ का जुर्माना भर देता है। सीओ ने बत्ती उतरवाने के साथ गाड़ी का चालान किया और आगे से ऐसा न करने चेतावनी भी दी।

ये कर रहे हैं फर्जीवाड़ा

चेकिंग अभियान में सामने आया कि सिटी में पुलिस अधिकारियों के घरवाले, जिला पंचायत सदस्य, आयकर विभाग समेत कई डिपार्टमेंट के अफसर फर्जी तरीके से नीली बत्ती का यूज कर रहे हैं।

न रौब चला न सेटिंग

चेकिंग अभियान में फर्जी तरीके से नीली बत्ती का यूज करने में पकड़े गए लोगों को पब्लिक के सामने शर्मिंदगी झेलनी पड़ी। पहले तो उन लोगों ने पुलिस पर रौब झाड़ा। बात नहीं बनी तो ले-देकर सेटिंग करने की कोशिश की। इसके बाद भी कोई चारा नहीं दिखा तो ड्राइवर के लाइसेंस पर चालान कटवा लिया जिससे उनकी पहचान न खुल सके।

"शासन के निर्देश पर चेकिंग अभियान चलाया गया। जिसमें कई अफसरों के रिश्तेदारों को नीली बत्ती का यूज करते हुए पकड़ा गया है। साथ ही कई ऐसे लोग भी पकड़े गए है, जो टोल टैक्स बचाने के लिए नीली बत्ती का यूज कर रहे थे। यह अभियान अभी जारी रहेगा."

राकेश कुमार नायक, सीओ टै्रफिक