- यूपी गवर्नमेंट ने 9वीं और 12वीं क्लास के स्टूडेंट्स को प्रमोट करने का किया है फैसला

- फेल स्टूडेंट्स को प्रमोट कैसे करें इसकी गाइडलाइन क्लियर नहीं, असमंजस में स्कूलों के प्रिंसिपल

- 9वीं व 11वीं के स्टूडेंट्स को लेकर सबसे ज्यादा परेशानी, सचिव को भेजेंगे पत्र

- 10 परसेंट स्टूडेंट्स हर साल फेल होते हैं 9वीं और 12वीं क्लास में

KANPUR: 9वीं और 12वीं क्लास के स्टूडेंट्स को प्रमोट करने के आदेश यूपी गवर्नमेंट ने दिए है, लेकिन बड़ी संख्या में स्टूडेंट्स ऐसे भी है जो फेल है। उन्हें कैसे प्रमोट करना है इसे लेकर प्रिंसिपल असमंजस में है क्योंकि इसके लिए कोई गाइडलाइन नहीं आई है। गौरतलब है कि हर साल सरकारी माध्यमिक व वित्तविहीन विद्यालयों में नौवीं व 11वीं कुल स्टूडेंट्स में पांच से 10 फीसद फेल हो जाते हैं। इस सेशन में जब परीक्षाएं कराई गईं तो भी कमोबेश यही ि1स्थति रही।

50 हजार से अधिक कुल स्टूडेंट्स

डीआईओेएस आफिस से मिली जानकारी के मुताबिक डिस्ट्रिक्ट में नौवीं व 11वीं क्लास के कुल स्टूडेंट्स की संख्या 50 हजार से अधिक है। इनमें जिले के 113 माध्यमिक और 500 से अधिक वित्तविहीन स्कूल शामिल हैं। वहीं औसतन पांच हजार स्टूडेंट्स (नौवीं व 11वीं को मिलाकर) हर साल फेल होते हैं।

बोर्ड को नौवीं व 11वीं में जो छात्र फेल हो गए, उन्हें प्रोन्नत करने के लिए नया नियम बनाना होगा। क्योंकि जो आदेश जारी हुआ है, उसमें इस बात का कहीं जिक्र नहीं है। बोर्ड सचिव को पत्र भी भेजेंगे।

- डॉ। गिरीश मिश्रा, अध्यक्ष, यूपी प्रधानाचार्य परिषद