- पूर्व मुख्यमंत्री ने वर्ष 1995 में किया था स्वास्थ्य केंद्र की पानी की टंकी का लोकार्पण

UNNAO:

आम जनता की तकलीफ को दूर करने के लिए तैयार संघीय ढ़ांचे के अन्तर्गत शासन और प्रशासन की जवाबदेही कितनी असरदार साबित हो रही है, यह पुरवा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में क्9 वर्षों से शोपीस बनकर खड़ी पानी की टंकी की हालत बयान करती है। अस्पताल में रहने वाले कर्मचारी और रोगी व तीमारदारों को इसके दुरुस्त होने का इंतजार है।

दो महीने चलने के बाद पड़ी बंद

वर्ष क्99भ् में तत्कालीन मुख्यमंत्री मायावती द्वारा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में बनी पानी की टंकी का लोकार्पण किया था। तब यहां के लोगों की प्यास बुझाने के लिए पानी भी छोड़ा गया था, लेकिन अफसोस कि मात्र दो महीने बाद ही पानी की टंकी का संचालन बंद हो गया। इसके बाद से क्9 वर्ष बीत चुके हैं, लेकिन पानी की एक बूंद भी इससे नहीं निकल पाई है। इतने लंबे अंतराल में कई केंद्र प्रभारी, सीएमओ, जिलाधिकारी आए और गए, लेकिन बीमार और उनके तीमारदारों की प्यास बुझाने की तरफ कोई सार्थक कदम नहीं उठाया गया।

लापरवाही की हद कर दी

लाखों की लागत से बनी पानी की टंकी को ऐसी भी कोई बड़ी बीमारी नहीं लगी है। जो ठीक न हो सके, लेकिन लापरवाही का आलम ऐसा रहा कि जलनिगम के अधिकारियों को इस टंकी को चालू करवाने के निर्देश व संसाधन उपलब्ध कराने की कारगर कोशिश नहीं की गयी। लिहाजा जनता की सुविधा पर खर्च किये गये लाखों रुपए बिना पानी निकले ही बह गये। ऐसे हास्यास्पद और घोर लापरवाही की स्थिति पर किसी की जुबान न खुलना भी बड़ी बात बनकर सामने आयी है। इस स्थिति से उबारने के लिए क्षेत्रीय लोगों ने कई पत्र लिखे, लेकिन उनकी कम्पलेन को भी अनुसुनी कर विराम लगा दिया गया। क्षेत्र के अमित सोनी ने बताया कि इस समस्या के निदान के लिए इंतजार करते हुए लगभग दो दशक बीतने को हैं, लेकिन कार्यवाही नहीं हो सकी।

क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों ने विधायक के सामने रखी मांग

तहसील मुख्यालय पर क्9 वर्षों से चली आ रही समस्या के निस्तारण के लिए क्षेत्रीय जनप्रतिनिधियों में ब्लॉक प्रमुख रोहित शुक्ला एवं नगर पंचायत अध्यक्ष शशी द्विवेदी से बात की गयी तो उन्होंने कहा कि वह कार्यवाही के लिए विधायक उदयराज यादव से बात कर समस्या का निस्तारण करवाने का प्रयास करेंगे।

'स्वयं समस्या के प्रति ¨चतित हूं और नलकूप विभाग को इसके निदान के लिए पत्र लिख चुके हैं, लेकिन वहां से कोई कार्यवाही नहीं हो रही है.'

-डॉ। ललित कुमार, प्रभारी स्वास्थ्य केंद्र