2.47 करोड़ रुपये की हुई थी लूट

70 लाख रुपये पुलिस ने किए बरामद

7 लोग शामिल थे लूट की वारदात में

4 आरोपियों को पुलिस ने किया गिरफ्तार

3 आरोपी अभी फरार

- साजिशकर्ता नौकर की बड़ी रकम के बंटवारे में साथियों ने कर दी थी हत्या

- महिला समेत सात लोग शामिल थे लूट की वारदात में

- पांच फीट के गड्डे में छिपाकर रखी गई थी लूट की रकम

LUCKNOW: मध्य रेलवे के डिप्टी चीफ इंजीनियर के घर से 2.47 करोड़ की लूट हुई थी। लूटकांड का मास्टरमाइंड उनका नौकर था। बड़ी रकम के बंटवारे में साथियों ने ही उसकी हत्या कर दी थी। 26 मार्च दोपहर यह सनसनीखेज वारदात कैंट के रफी अहमद किदवई मार्ग स्थित रेलवे ऑफिसर्स कॉलोनी में हुई थी। मकान के एक कमरे में नौकर की हाथ पैर बंधी लाश मिली थी। उसका बिजली के तार से गला कसा गया था और चाकू से वार किया गया था। इस वारदात में शामिल महिला समेत चार आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पुलिस ने उनके पास से लूट के 70 लाख बरामद किये हैं। पुलिस अभी तीन आरोपियों की तलाश कर रही है, जिनके पास लूट की डेढ़ करोड़ की रकम है।

हाई सिक्योरिटी जोन में हुइर् थी वारदात

कैंट के हाई सिक्योरिटी जोन सोमनाथ द्वार के पास रेलवे कॉलोनी में मध्य रेलवे में डिप्टी चीफ इंजीनियर पुनीत कुमार रहते हैं। उनके साथ फिरोजाबाद के कोल्हा माई का रहने वाला नौकर ब्रजमोहन रहता था। ब्रजमोहन रेलवे में चतुर्थ श्रेणी का कर्मचारी था। 26 मार्च दोहपर करीब 1.30 बजे इंजीनियर के घर में घुसे बदमाशों ने ब्रजमोहन की गला रेतकर हत्या कर दी। ब्रजमोहन के हाथ और पैर बांध दिए थे। वाटर हीटर के वायर से पहले उसका गला घोंटा गया। इसके बाद धारदार हथियार से गला रेता गया था। उसका शव खून से लथपथ फर्श पर पड़ा था।

नौकर ही था लूट की वारदात का मास्टरमाइंड

जेसीपी क्राइम नीलाब्जा चौधरी ने बताया कि डिप्टी चीफ इंजीनियर पुनीत कुमार का नौकर ब्रजमोहन ही उनके घर में लूट की वारदात का मास्टरमाइंड था। ब्रजमोहन के मोबाइल से घटना का सुराग मिला। वारदात में ब्रजमोहन समेत 7 लोग शामिल थे। वारदात के दिन चार लोग डिप्टी इंजीनियर के आवास पर मैनपुरी की टैक्सी नंबर की कार से पहुंचे थे। ब्रजमोहन ने लूट की वारदात को अंजाम देने के लिए अपने भांजे बहादुर से संपर्क किया था और बहादुर मैनपुरी में रहने वाले मंजीत, अजय और एक लंबे बालों वाले युवक जिसका नाम अंकित उर्फ अनिकेत बताया जा रहा है, उनके साथ घटना वाले दिन दोपहर 1.15 बजे के बाद पहुंचा था।

अपने हाथ पैर बांधने के िलए कहा था

जेसीपी के अनुसार मोबाइल कॉल डिटेल से मिले सुराग के अनुसार पुलिस टीम ने मैनपुरी के मंजीत उर्फ तीरथ कुमार उसकी पत्नी निशा, मोहन सिंह और उदयराज उर्फ उदयवीर को गिरफ्तार किया है। हालांकि ब्रजमोहन का भांजा बहादुर, बहादुर का लंबे बालों का साथी और अजय उर्फ रिंकू अभी फरार हैं। लूट की वारदात को अंजाम देने के बाद नौकर ब्रजमोहन ने साथियों से हाथ पैर बांधने के लिए कहा था ताकि उसके ऊपर शक न जाए। उसके कहने पर उसी की बनियान से साथियों ने उसके हाथ पैर बांध दिए थे।

इतनी बड़ी रकम का अंदाजा नहीं था

डिप्टी इंजीनियर पुनीत कुमार के घर में 2.47 करोड़ रुपये की लूट हुई थी। पकड़े गए आरोपियों को घर में इतनी बड़ी रकम मिलने का अंदाजा नहीं था। बड़ी रकम हाथ लगने के बाद बंटवारे को लेकर नौकर ब्रजमोहन का अजय, मंजीत, बहादुर और उसके लंबे बालों वाले साथी से विवाद भी हुआ था। ब्रजमोहन उन्हें 70 लाख रुपये देकर पूरी रकम खुद लेना चाहता था। विरोध करने पर शोर मचाने की भी धमकी दी थी। चारों ने ब्रजमोहन को ही रास्ते से हटाने का फैसला ऑन स्पॉट किया और हाथ पैर बांध ब्रजमोहन की बिजली के तार से हत्या कर दी।

मिर्ची पाउडर व स्प्रे लेकर आए थे बदमाश

डिप्टी इंजीनियर के घर लूट की वारदात के लिए पूरी तैयारी से बदमाश आए थे। मैनपुरी से उन्होंने एक टैक्सी नंबर की गाड़ी बुक कराई थी और आगरा एक्सप्रेस वे पर चढ़ने से पहले उन्होंने मिर्ची पाउडर व स्प्रे भी खरीदा था ताकि विरोध होने पर वह फरार होने के लिए इसका प्रयोग कर सकें। सीसीटीवी में मैनपुरी नंबर की कार घटना स्थल के आस-पास कैद हुई थी।

पांच फीट गहरे गड्ढे में छिपाकर रखी थी रकम

26 मार्च को ब्रजमोहन की हत्या व लूट के बाद मंजीत, अजय, बहादुर और उसका लंबे बालों वाला साथी टैक्सी नंबर गाड़ी यूपी 84 से कुछ घंटे बाद वापस मैनपुरी लौट गए थे। मैनपुरी पहुंच कर पकड़े गए आरोपी कपड़ा दुकानदार मोहन सिंह की दुकान पहुंचे जहां सभी ने कपड़े बदले थे। हत्या और लूट की वारदात केवल चार लोगों ने की थी, लेकिन पैसों के बंटवारे में मोहन सिंह व उदय राज भी शामिल हो गए। मोहन सिंह और उदय राज के पास से पुलिस ने सात-सात लाख रुपये बरामद किए जबकि मंजीत के पास से 40 लाख और उसकी पत्नी निशा के पास से 16 लाख रुपये बरामद किए। निशा और मंजीत ने अपने घर में पांच फीट का गड्ढा करके गमलों में रुपये भर कर छिपा दिए थे। वहीं बाकी की करीब डेढ़ करोड़ की रकम बहादुर उसका लंबे बालों वाला साथी और अजय को लेकर फरार हो गए थे, जिनकी पुलिस तलाश कर रही है।

इंजीनियर ने छिपाई थी लूट की रकम

जेसीपी क्राइम नीलाब्जा चौधरी ने बताया कि डिप्टी इंजीनियर पुनीत कुमार ने लूट की रकम को पुलिस से भी छिपाया था। एफआईआर दर्ज कराने के दो दिन बाद भी लूट की रकम का खुलासा नहीं किया गया। डिप्टी इंजीनियर के घर में 2.47 करोड़ की रकम कैसे और कहां से आई। इसके लिए इनकम टैक्स डिपार्टमेंट को पत्र लिखा जा रहा है। आईटी इस संबंध में उन्हें नोटिस जारी कर पूछताछ भी करेगी। जरूरत पड़ने पर डिप्टी इंजीनियर के खिलाफ भी कार्रवाई हो सकती है।

एक साल से चल रही थी लूट की साजिश

पुलिस के अनुसार ब्रजमोहन पिछले एक साल से डिप्टी इंजीनियर पुनीत के घर लूट की साजिश रच रहा था। इसके लिए उसने अपने भांजे बहादुर से संपर्क किया था और बताया था कि डिप्टी इंजीनियर के घर बड़ी रकम हाथ लग सकती है। कोविड के चलते वह वारदात को अंजाम नहीं दे सके। ब्रजमोहन चार साल से डिप्टी इंजीनियर के घर में काम कर रहा था। वहीं लूट और हत्या के आरोप में शामिल अजय मैनपुरी के विकास भवन में बाबू के पद पर तैनात है। पुलिस बाकी फरार आरोपियों की तलाश कर रही है।

कोट-

डिप्टी इंजीनियर के घर लूट की वारदात की साजिश उनके नौकर ने रची थी। बड़ी रकम हाथ लगने पर साथियों ने उसकी हत्या कर दी, जिसमें उसका भांजा भी शामिल है। डिप्टी इंजीनियर के घर में इतनी बड़ी रकम कैसे और कहां से आई है इसके लिए इनकम टैक्स डिपार्टमेंट से पत्राचार किया जा रहा है। ताकि नोटिस देकर पैसों के संबंध में उनसे पूछताछ की जा सके।

नीलाब्जा चौधरी, ज्वाइंट पुलिस कमिश्नर, क्राइम