- निगम प्रशासन की स्वच्छता व्यवस्था को पटरी पर लाने की तैयारी

- सभी जोनल अधिकारियों को सौंपी गई जिम्मेदारी

LUCKNOW: स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 के मद्देनजर निगम प्रशासन की ओर से तैयारियां शुरू कर दी गई हैं। इसी कड़ी में सबसे पहले फोकस संकरी गलियों में किया जा रहा है। इसके साथ ही कूड़ा कलेक्शन व्यवस्था को भी पटरी पर लाने की कवायद हो रही है।

रोज होगी सफाई

निगम प्रशासन की ओर से निर्णय लिया गया है कि संकरी गलियों में हर दिन सफाई कराई जाएगी। साथ ही वहां से कूड़ा उठाने के लिए भी प्रॉपर अरेंजमेंट किए जाएंगे। इसके साथ ही संकरी गलियों में रहने वाले लोगों के घरों से भी नियमित रूप से कूड़ा कलेक्ट करने के लिए टीमें बनाई जा रही है, जिससे संकरी गलियों में रहने वाले लोगों को इधर-उधर कूड़ा न फेंकना पड़े।

जनता से फीडबैक

अभी तक जनता से फीडबैक लिए जाने का इंतजाम नहीं किया जा सका है। इसे ध्यान में निगम प्रशासन ने सभी जोनल अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि सप्ताह में हर दिन एक न एक वार्ड में जाकर पब्लिक फीडबैक जरूर लें, जिससे जनता अगर कोई प्रॉब्लम बताए तो उसका तत्काल निस्तारण कराया जा सके।

अगले माह से सर्वेक्षण

स्वच्छता सर्वेक्षण 2020 की परीक्षा अगले माह से शुरू होने जा रही है। इसे ध्यान में रखते हुए अब हर दिन स्वच्छता की स्थितियों को लेकर समीक्षा की जाएगी। नगर आयुक्त की माने तो सभी को निर्देश दिए गए हैं कि नियमित रूप से अपने-अपने जोन में निरीक्षण करें और सफाई व्यवस्था की रिपोर्ट बनाएं।

खुले कूड़ाघर को होंगे समाप्त

निगम प्रशासन की ओर से खुले कूड़ाघरों (ओपन डंपिंग सेंटर्स) को समाप्त करने के लिए भी कार्य योजना तैयार की गई है। निगम प्रशासन की माने तो अभी तक 35 ओपन कूड़ाघरों को समाप्त किया जा चुका है, वहीं इस माह के अंत तक करीब 30 अन्य कूड़ाघरों को समाप्त करने के लिए वहां पर कॉम्पैक्टर भी लगाए जाएंगे, जिससे सड़क किनारे कूड़ा न नजर आए।

सोशल मीडिया पर कवायद

निगम प्रशासन की ओर से सोशल मीडिया के माध्यम से भी स्वच्छता की अलख जगाने की कवायद हो रही है। नगर आयुक्त की ओर से ट्विटर, वाट्सएप और फेसबुक के माध्यम से भी जनता की शिकायतें सुनने की तैयारी की जा रही है। इसके लिए नगर निगम को तीनों ही सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर सक्रिय भी किया जाएगा।

वर्जन

शहर में हर तरफ सफाई नजर आए, इसके लिए हर एक बिंदु पर काम किया जा रहा है। प्रयास यही है कि 31 जनवरी तक सारी कमियों को दूर कर लिया जाए।

डॉ। इंद्रमणि त्रिपाठी, नगर आयुक्त