- राजधानी में एक ही ऑटो के नंबर पर चल रहे कई ऑटो

- ट्रैफिक विभाग ने आरटीओ से मांगी परमिट लिस्ट तो हुआ खुलासा

LUCKNOW:

शहर में एक ही नंबर पर दो ऑटो रिक्शा दौड़ रहे हैं। यहीं नहीं करीब चार हजार ऑटो रिक्शा बिना परमिट सवारी भर रहे हैं। इससे न केवल राजस्व का चुना लगा रहा बल्कि सवारियों की जिंदगी को खतरा होने के साथ-साथ शहर की ट्रैफिक व्यवस्था भी खराब हो रही है। पुलिस से मिले यूनिक नंबर को ऑटो के पीछे लिखकर खुलेआम सवारी ऑटो में भरी जा रही हैं। ट्रैफिक विभाग ने आरटीओ से परमिट ऑटो की लिस्ट मांगी तो पता चला कि शहर में परमिट से दो गुना ऑटो चल रहे हैं।

परमिट 4545 का और चल रहे 8 हजार

आरटीओ से शहर में परमिट मात्र 4545 ऑटो को दिए गए हैं, जबकि दौड़ रहे हैं 8 हजार से भी ज्यादा ऑटो। राजधानी में बाराबंकी, सीतापुर, हरदोई व लखनऊ के रूरल इलाके से जारी किए गए परमिट वाले ऑटो भी चल रहे हैं।

और मिल गया यूनिक नंबर

अगस्त 2019 में संस्कृति राय मर्डर केस के बाद लखनऊ पुलिस ने सभी ऑटो और टेंपो में पुलिस का एक यूनिक नंबर लिखाया था। यूनिक नंबर लिखवाने के दौरान ऑटो के परमिट नहीं चेक किए गए थे। ऑटो ड्राइवर के मौखिक रूप से बताए गए परमिट के आधार पर यूनिक नंबर गाड़ी में लिखे गए थे। इसका फायदा फर्जी व अवैध तरीके से चल रहे ऑटो संचालक उठा रहे हैं।

एक नंबर पर दो गाडि़यां

आरटीओ और पुलिस ने कई बार एक नंबर पर दो ऑटो को पकड़ा है। परमिट के साथ दूसरे जिले के ऑटो यहां चल रहे हैं। ऑटो की चेकिंग न होने से यह खेल खुलेआम चल रहा है।

मांगी आरटीओ से रिपोर्ट

एडीसीपी ट्रैफिक सुरेश चंद्र रावत ने बताया कि तीन दिन पहले उन्होंने आरटीओ डिपार्टमेंट से ऑटो के परमिट और उनके रजिस्ट्रेशन की डिटेल मांगी है। आरटीओ से मिली जानकारी के आधार पर लखनऊ आरटीओ ने 4545 ऑटो के परमिट जारी किए गए हैं। अब ट्रैफिक विभाग पुलिस की मदद से अवैध ऑटो की धरपकड़ के साथ उन्हें शहर से बाहर करने की तैयारी कर रहा है।

बिना परमिट के नहीं मिलता ऑटो

बिना परमिट के ऑटो नहीं मिलता है, फिर भी परमिट से दोगुना ऑटो कैसे चल रहे हैं। इस पर एडीसीपी ट्रैफिक ने बताया कि गैर जिलों के परमिट के ऑटो यहां अवैध तरीके से चलाए जा रहे हैं। परमिट खत्म होने पर पुरानी ऑटो को सरेंडर करने का नियम है लेकिन कानूनी दांव-पेंच का फायदा उठाकर कई बार पुरानी ऑटो बेच दी जाती है और उसे फर्जी नंबर प्लेट और फर्जी परमिट पर चलाया जाता है।

आरटीओ डिपार्टमेंट से परमिट व रूट की लिस्ट मांगी है। विभाग में 4545 ऑटो ही रजिस्टर्ड हैं लेकिन रोड पर करीब दो गुना ऑटो दौड़ रहे हैं। फर्जी तरीके से चल रहे ऑटो के खिलाफ अभियान शुरू किया जा रहा है।

सुरेश चंद्र रावत, एडीसीपी