लखनऊ (ब्यूरो)। राजधानी के करीब तीन दर्जन से अधिक रेस्टोरेंट और मैरिज हॉल एलडीए के राडार पर हैैं। जिनके खिलाफ किसी भी दिन सीलिंग या ध्वस्तीकरण की कार्रवाई हो सकती है। दरअसल, इस समय एलडीए की ओर से अवैध निर्माणों के खिलाफ कार्यवाही की जा रही है। कहीं, अवैध प्लॉटिंग ध्वस्त की जा रही है तो कहीं रो-हाउसेस के खिलाफ ध्वस्तीकरण अभियान चलाया जा रहा है। इसी कड़ी में अब एलडीए ने कॉमर्शियल प्रतिष्ठानों को भी राडार पर लिया है। पढ़ें अभिषेक मिश्रा की रिपोर्ट

नक्शों के आधार पर सर्वे

एलडीए की ओर से स्वीकृत नक्शों के आधार पर पूरे शहर में सर्वे कराया गया है और पहले चरण में ऐसे रेस्टोरेंट और मैरिज हॉल की लिस्ट तैयार कराई जा रही है, जो नियम विरुद्ध बने हैैं और उनका कुछ हिस्सा नक्शे के विपरीत बना हुआ है।

करीब 40 प्रॉपर्टीज आईं सामने

अभी जो लिस्ट सामने आई है, उससे साफ है कि राजधानी में करीब 40 के करीब ऐसे रेस्टोरेंट और मैरिज हॉल हैैं, जिनके निर्माण में नियमों की अनदेखी की गई है। ज्यादातर निर्माण प्राधिकरण से स्वीकृत नक्शे के विपरीत हुए हैैं, जबकि कुछ में लैैंड यूज में खेल किया गया है। इसके साथ ही दो से तीन प्रतिशत ऐसे भी निर्माण मिले हैैं, जिनमें यूजर चार्ज और सेटबैक को लेकर लापरवाही बरती गई है। इसके बाद अब प्राधिकरण इन सभी के खिलाफ ध्वस्तीकरण या सीलिंग की कार्रवाई करने की तैयारी कर रहा है।

सभी एरिया में मिले निर्माण

एलडीए की ओर से कराए गए सर्वे में गोमतीनगर, गोमतीनगर विस्तार, अलीगंज, कानपुर रोड, आशियाना इत्यादि एरिया में ऐसे मैरिज हॉल और रेस्टोरेंट मिले हैैं, जिनके खिलाफ कार्रवाई की जानी है। हालांकि, ध्वस्तीकरण और सीलिंग की कार्रवाई करने से पहले एलडीए की ओर से इन सभी को नोटिस भी जारी किया जा रहा है, ताकि निर्माणकर्ताओं की ओर से अपना पक्ष रखा जा सके। ये सभी मामले विहित प्राधिकारी कोर्ट में जाएंगे, जहां सुनवाई के बाद अंतिम निर्णय लिया जाएगा और उसके बाद प्राधिकरण के प्रवर्तन दस्ते की ओर से कार्रवाई की जाएगी।

बड़ी कॉमर्शियल इमारतों पर भी फोकस

प्राधिकरण की ओर से बड़ी कॉमर्शियल इमारतों पर भी फोकस किया जा रहा है। इसके मद्देनजर एलडीए की ओर से निर्माणाधीन कॉमर्शियल इमारतों के नक्शों की जांच कराई जा रही है। इस दौरान देखा जा रहा है कि जो नक्शा स्वीकृत किया गया है, क्या उसके आधार पर ही निर्माण हो रहा है या उसके विपरीत। इसके साथ ही भू उपयोग संबंधी बिंदु को लेकर भी रिपोर्ट तैयार कराई जा रही है। जो भी अवैध निर्माण मिलता है या नियम विरुद्ध निर्माण मिलेगा तो उसके खिलाफ तत्काल एक्शन लिया जाएगा।

अवैध प्लॉटिंग पर कार्रवाई

एलडीए की ओर से अवैध प्लॉटिंग के खिलाफ भी कार्रवाई जारी है। एलडीए टीम की ओर से राजधानी के आउटर एरिया में अवैध निर्माणों के खिलाफ ध्वस्तीकरण की कार्रवाई की जा रही है। एलडीए ने 10 के करीब अवैध प्लॉटिंग चिन्हित की हैैं, जिनके खिलाफ ध्वस्तीकरण की कार्रवाई होनी है। वहीं, 30 से अधिक रो-हाउस साइट्स हैैं, जिन पर भी अगले 15 दिनों के अंदर एक्शन लिया जाएगा। वीसी की ओर से निर्देश दिए गए हैैं कि जहां भी अवैध प्लॉटिंग या रो-हाउस साइट्स डेवलप हो रही हैैं, उनकी जांच की जाए और नियम विरुद्ध मिलने पर उनके खिलाफ एक्शन लिया जाए। उन्होंने पब्लिक से भी अपील की है कि अवैध निर्माणों में प्लॉट या मकान न खरीदें, अन्यथा भविष्य में खरीदार को भी कार्रवाई होने की स्थिति में समस्या का सामना करना पड़ सकता है।

जमीन अधिग्रहण पर फोकस

एलडीए की ओर से अगले साल सुल्तानपुर रोड के दोनों साइड अलग-अलग योजना लांच करने की तैयारी तेज कर दी गई है। दोनों ही योजनाओं में आवासीय और कॉमर्शियल फैसिलिटी पब्लिक को मिलेगी, इसे ध्यान में रखते हुए एलडीए ने जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया पर फोकस करना शुरू कर दिया है। इस बाबत शासन को भी जानकारी भेजी जा चुकी है। जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया पूरी होने के बाद एलडीए की ओर से सुल्तानपुर रोड योजना को अमली जामा पहनाने का काम शुरू कर दिया जाएगा। वहीं, मोहान रोड योजना में भी डेवलपमेंट वर्क शुरू होने जा रहे हैैं।

यह बात सही है कि तीन दर्जन से अधिक रेस्टोरेंट और मैरिज हॉल के खिलाफ कार्रवाई करने की तैयारी की जा रही है। अभी इन सभी को नोटिस जारी किया जा रहा है और इसके बाद ठोस एक्शन होगा। इसके साथ ही बड़ी कॉमर्शियल इमारतों के भी नक्शों की जांच कराई जा रही है।

-डॉ। इंद्रमणि त्रिपाठी, वीसी, एलडीए