लखनऊ (ब्यूरो)। निगम प्रशासन की ओर से विद्यावती वार्ड को उक्त योजना के लिए चयनित किया गया था। इस वार्ड में पिंक रिक्शा लगाए गए थे। खास बात यह थी कि वेस्ट उठाने के लिए 50 महिलाओं का चयन किया गया था। इन महिलाओं को करीब 5600 घरों से वेस्ट कलेक्शन की जिम्मेदारी दी गई थी। सभी रिक्शों में हरा, नीला, काला और पीला डस्टबिन लगाए गए थे। जिससे हर तरह के वेस्ट को अलग-अलग डस्टबिन में रखा जा सके।

आईकार्ड भी दिया गया था

योजना अंतर्गत चयनित महिलाओं को निगम प्रशासन की ओर से आईकार्ड भी दिए गए थे। इसके साथ ही उन्हें पिंक साड़ी भी दी गई थी। योजना शुरू होने के बाद इसका प्रॉपर रिस्पांस भी सामने आया लेकिन गुजरते वक्त के साथ योजना ठंडे बस्ते में चली गई। इस योजना को शुरू करने के लिए मेयर और नगर आयुक्त ने पिंक रिक्शा को हरी झंडी दिखाकर रवाना किया था।

110 घरों की जिम्मेदारी

योजना में चयनित हर एक महिला को 110 घरों से वेस्ट कलेक्शन की जिम्मेदारी दी गई थी। जिससे व्यवस्था प्रॉपर चल सके साथ ही चयनित घरों से नियमित रूप से वेस्ट कलेक्ट हो सके। निगम प्रशासन की ओर से यह भी तय किया गया था कि वेस्ट कलेक्शन के एवज में आने वाले यूजर चार्ज के सापेक्ष पांच से छह हजार रुपये महिलाओं को मानदेय के रूप में दिए जाने थे।

अब नए वार्ड की तलाश

निगम प्रशासन की ओर से उक्त योजना को लागू करने के लिए अब नए वार्डों की तलाश की जा रही है। निगम प्रशासन की माने तो जल्द ही नए वार्डों का चयन करके पिंक रिक्शा से वेस्ट कलेक्शन का कार्य शुरू करा दिया जाएगा।

योजना शुरू तो कर दी गई थी लेकिन कुछ समस्याएं सामने आई थीं। जिसके चलते योजना रफ्तार नहीं पकड़ सकी। अब नए वार्डों को चिन्हित करके उक्त योजना को शुरू किया जाएगा।

अजय कुमार द्विवेदी, नगर आयुक्त