- कोरोना का हमला तेज, अगस्त में टूटे सभी रिकॉर्ड,

- 20 हजार लोग सिर्फ अगस्त में संक्रमित

- बीकेटी में तैनात हैं सीओ, दो सिपाही भी गिरफ्त में

LUCKNOW : राजधानी में कोरोना वायरस का प्रकोप बढ़ता ही जा रहा है। अगस्त माह में तो संक्रमितों के सारे रिकॉर्ड ध्वस्त हो गए हैं। मरीजों की मौतें भी सर्वाधिक रहीं। सोमवार को मंत्री-सीओ समेत 791 में कोरोना की पुष्टि हुई, वहीं 18 लोगों की मौत हो गई। इसमें 15 राजधानी के रहने वाले थे।

मंत्री मोहसिन रजा संक्रमित

सोमवार को यूपी सरकार के एक और मंत्री मोहसिन रजा संक्रमित हो गए। उन्होंने खुद में संक्रमण की जानकारी सोशल मीडिया पर दी, वहीं बीकेटी में सीओ हृदयेश कठेरिया व दो सिपाहियों में कोरोना की पुष्टि हुई। संपर्क में आए अन्य पुलिसकर्मियों की जांच की जा रही है। इसके अलावा कई स्वास्थ्य कर्मी भी संक्रमण की चपेट में आ गए हैं। शहर में मरीजों की संख्या 28 हजार पार हो गई। 18 मरीजों की इलाज के दरम्यान मौत हो गई है। इसमें 15 लखनऊ के हैं। इसके अलावा एक हरदोई, एक प्रयागराज व एक अमेठी के हैं।

एक भी दिन चेन ब्रेक नहीं

अगस्त में संक्रमण चरम पर रहा। किसी भी दिन वायरस की चेन ब्रेक नहीं हुई। स्थिति यह रही कि अगस्त माह के 31 दिनों में 20,353 लोगों को संक्रमण ने अपनी जद में ले लिया। एक दिन में सर्वाधिक 999 मरीजों का रिकॉर्ड भी रहा।

दो गुना से ज्यादा रहीं मौतें

अगस्त में सिर्फ संक्रमण का ग्राफ ही नहीं बढ़ा, बल्कि वायरस का जानलेवा खेल भी चरम पर पहुंचा। स्थिति यह है कि अप्रैल में जहां एक मरीज की मौत हुई, वहीं मई में तीन मरीज, जून में 14 मरीज, जुलाई में 95 मरीजों की कोरोना से मौत हुई। अगस्त में 248 मरीजों की जान चली गई।

तीसरी बार 15 मरीजों का रिकॉर्ड

शहर के मरीजों की 24 घंटे में 15 मौतें सर्वाधिक हैं। सोमवार को तीसरी बार सबसे अधिक मरीजों की मौत हुई हैं। इससे पहले 21 अगस्त को भी 15 मरीजों की मौत हुई थी। 22 अगस्त को लगातार दूसरे दिन भी 15 मरीजों की जान चली गई थी। एक दिन में राजधानी के अस्पतालों में कुल 19 मरीजों की मौत का रिकॉर्ड रहा। इसमें गैर जनपदों के चार मरीज रहे। 680 मरीजों को डिस्चार्ज भी किया गया।

कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह की पत्नी भी संक्रमित

कैबिनेट मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह की पत्नी डॉ। नीता सिंह की कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई है। उन्होंने खुद को होम आइसोलेट कर लिया है। दो दिन पहले ही डॉ। सिद्धार्थ नाथ सिंह की भी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। वह भी होम आइसोलेशन में हैं। सिविल अस्पताल प्रशासन के मुताबिक, सोमवार देर शाम डॉ। नीता सिंह की रिपोर्ट पॉजिटिव आई।

यहां रहा वायरस का प्रकोप

सीएमओ की टीम ने सोमवार को 5,756 लोगों के सैंपल लिए। इसके अलावा आशियाना में 17, इंदिरानगर में 42, आलमबाग में 41, ठाकुरगंज में 23, तालकटोरा में 19, हसनगंज में 19, गोमती नगर में 52, हजरतगंज में 21, मडि़यांव में 38, रायबरेली रोड के 23, अलीगंज में 12, कैंट में 21, जानकीपुरम में 31, कृष्णानगर में 10, सरोजनीनगर में 13, विकासनगर में 35, नाका में 15, बाजार खाला में 14, सुशांत गोल्फ सिटी में 15, गुडंबा में 14, अमीनाबाद में 10, वजीरगंज में 10 कोरोना मरीज पाए गए।

पूर्व मंत्री की कोरोना से ही हुई मौत : सीएमओ

इलाहाबाद विश्वविद्यालय के पूर्व प्रोफेसर और प्रदेश सरकार के पूर्व राज्यमंत्री रहे फजले इमाम का सोमवार को सुबह चंदन अस्पताल में निधन हो गया। अस्पताल प्रबंधन के अनुसार, वह कोरोना पॉजिटिव थे, वहीं दूसरी तरफ मौत के बाद परिवारजन ने दावा किया कि शक होने पर उन्होंने डीएम से दोबारा जांच का अनुरोध किया तो उनकी रिपोर्ट निगेटिव आई। इस तरह कोरोना से पूर्व मंत्री की मौत होने को लेकर विवाद उत्पन्न हो गया, मगर कार्यवाहक सीएमओ डॉ। एमके सिंह ने बताया कि परिवारजन के आरोप पर जांच की गई।

पूर्व मंत्री रैपिड एंटीजन टेस्ट में निगेटिव निकले, लेकिन इससे पहले 26 अगस्त को उनकी आरटीपीसीआर जांच हुई थी। इसमें वह पॉजिटिव थे। इसकी सूचना भी वेबसाइट पर अपलोड की गई थी। उनका पुराना सैंपल पॉजिटिव है। इसलिए इस मौत को कोरोना में ही शामिल किया जाएगा। इस मामले में चंदन अस्पताल के निदेशक ब्रहम प्रकाश का कहना है कि जब परिवारजन पूर्व मंत्री को लेकर उनके अस्पताल आए थे तो इससे पहले उन्होंने स्वयं कहीं अन्य जगह पर भी कोरोना जांच कराई थी। वह रिपोर्ट भी पॉजिटिव थी, लेकिन अस्पताल ने अपने यहां आरटीपीसीआर से क्रॉस जांच कराई तो उसमें भी वह पॉजिटिव ही निकले। इसके बाद परिवारजन ने कहां और किससे जांच कराई, उसके बारे में उन्हें कोई जानकारी नहीं है।

पार्षद वीरेंद्र कुमार बीरू का कोराना से निधन

इंदिरा नगर के वार्ड 86 के पार्षद वीरेंद्र कुमार उर्फ बीरू का करोना बीमारी के चलते सोमवार शाम को निधन हो गया। करीब दस दिन पहले कोरोना संक्रमण के चलते उन्हें एसजीपीजीआई में एडमिट कराया गया था। उनके निधन पर नगर निगम कर्मचारी संघ और साथी पार्षदों ने शोक व्यक्त दिय है।