लखनऊ (ब्यूरो)। शहर को सुंदर बनाए जाने की योजना के अंतर्गत निगम प्रशासन की ओर से मुख्य फोकस वेंडिंग जोन पर किया जा रहा है। निगम की ओर से जो योजना बनाई गई है, उससे साफ है कि वेंडिंग जोन को अतिक्रमण मुक्त करने के लिए कोडिंग व्यवस्था लागू की जाएगी। इसके लिए हर एक वेंडर को कोड अलॉट किया जाएगा। अगर वेंडर की ओर से बिना बताए जगह बदली जाती है तो कार्रवाई भी की जा सकती है।

8 जोन में वेंडिंग जोन व्यवस्था

नगर निगम के सभी आठ जोन में वेंडिंग जोन संबंधी व्यवस्था है। हर जोन के हिसाब से वेंडर्स को वेंडिंग जोन अलॉट किए गए हैं। सभी जोन के वेंडिंग जोन लगभग फुल हैं। वहीं वेंडिंग जोन लाइसेंस के लिए लगातार आवेदन भी आ रहे हैं। सबसे ज्यादा आवेदन जोन एक, तीन, चार और सात के लिए आ रहे हैैं। अक्सर देखने में आता है कि वेंडर्स अपने निर्धारित स्थान पर न जाकर सड़क पर दुकानें लगते हैं।

हर एक वेंडर की कोडिंग

निगम की ओर से अब हर वेंडर की कोडिंग करने का काम शुरू किया जा रहा है। इसके अंतर्गत हर एक वेंडर को एक नंबर अलॉट किया जाएगा। इस नंबर के आगे उसका वेंडिंग स्थान भी अंकित किया जाएगा। जिसकी मॉनीटरिंग की जाएगी। अगर कोई वेंडर निर्धारित स्थान से इतर कहीं दुकान लगाता मिलता है तो उससे सवाल किए जाएंगे। इसी तरह वेंडिंग जोन में कलरिंग का काम भी जल्द शुरू होगा। निगम की ओर से पहले भी कोडिंग व्यवस्था लागू करने की योजना तैयार की गई थी लेकिन अब इस दिशा में कवायद की जा रही है।

लगातार हो रही कार्रवाई

इस समय निगम प्रशासन की ओर से रोड पर वेस्ट फेंकने वाले स्ट्रीट वेंडर्स के खिलाफ कार्रवाई की जा रही है। हर दिन 600 से अधिक वेंडर्स पर जुर्माना लगाया जा रहा है। जुर्माने की राशि 100 से 500 रुपये तक है।