- बलरामपुर में आधुनिक फायर फाइटिंग सिस्टम का लोकार्पण

-बलरामपुर में हार्ट मरीजों को मिलेगी आधुनिक इलाज

LUCKNOW: प्रदेश के चिकित्सा व स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थ नाथ सिंह ने थर्सडे को बलरामपुर चिकित्सालय के आधुनिक फायर फाइटिंग सिस्टम का लोकार्पण किया। इस अवसर पर मिनिस्टर ने धनवंतरि केंद्र की ओर से संचालित अटल विश्रामालय का शुभारंभ भी किया।

एक ही जगह पर सभी सुविधाएं

बलरामपुर अस्पताल के इमरजेंसी के पास स्थित अटल विश्रामालय में दो तल हैं। 36 बेड सहित 8.34 लाख रुपये की लागत से निर्मित यह रैन बसेरा सुलभ इंटरनेशनल ने 1995 में बनवाया था। जिसका उद्घाटन तत्कालीन सांसद अटल बिहारी बाजपेई ने किया था। अब धनवंतरि केंद्र के माध्यम से इसका रिनोवेशन किया गया है। साथ ही यहां पर चादर, कंबल व सामान रखने के लिए लाकर की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।

मोबाइल पर मिलेगा डॉक्टर के मिलने का समय

हेल्थ मिनिस्टर ने कहा कि प्रदेश के 100 से ज्यादा अस्पतालों को ई हॉस्पिटल से जोड़ा जा रहा है। इसके लिए मरीज एक अस्पताल में रजिस्टर्ड कराकर कहीं दूसरी अस्पताल में भी इलाज करा सकेंगे। पुरानी जांच रिपोर्ट डॉक्टर के कंप्यूटर पर एक क्लिक से मिलेगी और आनलाइन रजिस्ट्रेशन भी होगा। मरीजों की भीड़ अस्पताल से कम करने के लिए ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन के साथ डॉक्टर से मिलने का समय भी मैसेज से मरीज को मिलेगा। मरीज का नंबर आने से 10 से 15 मिनट के भीतर मरीज के तय मोबाइल पर मैसेज आएगा। उन्होंने कहा कि प्रदेश के 700 ग्रामीण क्षेत्र के अस्पतालों में इलाज की सुविधा बढ़ाई जाएगी।

बलरामपुर में मिलेगा हार्ट मरीजों को इलाज

बलरामपुर अस्पताल में जल्द ही दिल की गंभीर बीमारी से पीडि़त मरीजों की एंजियोग्राफी और एंजियोप्लास्टी हो सकेगी। इसके लिए अस्पताल में आधुनिक सुविधाओं से युक्त कैथ लैब स्थापित की जाएगी। इसके लिए अस्पताल का एक कंपनी से करार हो रहा है। प्रोग्राम के दौरान अस्पताल के निदेशक डॉ। राजीव लोचन ने बताया कि अभी सिर्फ मरीजों प्राथमिक इलाज ही मिल पा रहा है। एंजियोग्राफी व एंजियोप्लॉस्टी जैसी सुविधा के लिए केजीएमयू या दूसरे संस्थानों में रेफर किया जाता है।

डफरिन में कंगारु मदर केयर लाउंज का लोकार्पण

प्रदेश के स्वास्थ्य एवं चिकित्सा मंत्री ने वीरांगना अवंतीबाई महिला चिकित्सालय (डफरिन) के इमरजेंसी, पैथालॉजी ब्लॉक एवं कंगारू केयर लाउंज का लोकार्पण किया। उन्होंने कहा कि लगभग 40 प्रतिशत रोगियों की रिकवरी कंगारू केयर के माध्यम से होती है। यह कम वजन और समय से पहले जन्में बच्चों के लिए वरदान है। यह बच्चों को प्रेम, आवश्यक गर्माहट, मां के दूध का भरपूर पोषण और संक्रमण से बचाने की शक्ति देकर उसकी जीवन रक्षा करता है।