लखनऊ (ब्यूरो)। चिनहट स्थित दयाल रेजीडेंसी अपार्टमेंट में बीबीडी यूनिवर्सिटी में बीकॉम ऑनर्स की छात्रा निष्ठा त्रिपाठी की गोली मारकर हत्या कर दी गई। वारदात को उस दौरान अंजाम दिया गया, जब वह अपने दोस्तों के साथ पार्टी में शामिल थी। तभी उसके दोस्त आदित्य पाठक से पिस्टल का ट्रिगर दबा और गोली उसके सीने में जा लगी, जिससे उसकी मौत हो गई। वहीं, घटना के बाद चिनहट थाना पुलिस ने बलिया के थाना खेजूरी गांव खड़सरा निवासी आदित्य देव पाठक के खिलाफ हत्या और आर्म्स एक्ट के तहत केस दर्जकर गिरफ्तार कर लिया है। साथ ही एक अन्य साथी को भी पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया है।

दो महीने पहले हॉस्टल छोड़ा

मूलरूप से हरदोई की रहने वाली यूपी सहकारी ग्राम विकास बैंक के सीनियर मैनेजर संतोष तिवारी की बेटी निष्ठा बीबीडी से बीकॉम आनर्स की पढ़ाई कर रही थी। पहले वह बीबीडी हॉस्टल में रहती थी, लेकिन वहां अच्छा खाना न मिलने की वजह से दो महीने पहले ही पारस नाथ सिटी में किराए पर रहने लगी। पुलिस जांच में सामने आया कि बुधवार रात निष्ठा पहले यूनिवर्सिटी में हुए गणेश उत्सव में शामिल हुई। उसके बाद अपने दोस्त आदित्य पाठक के साथ दयाल रेजीडेंसी स्थित उसके कमरे पर पहुंची, जहां पहले से ही कुछ और दोस्त मौजूद थे। वहां उनकी शराब पार्टी चल रही थी।

अस्पताल में भर्ती करा भागे

पकड़े गए आरोपी से पूछताछ में सामने आया कि वे लोग बुधवार रात करीब 2 बजे पार्टी कर रहे थे। आरोप है कि इस दौरान निष्ठा की नजर आलमारी में रखी पिस्टल पर पड़ी, जिसे अच्छी तरह देखने को लेकर वह जिद करने लगी। इस बीच छीना झपटी में अचानक ट्रिगर दब गया और गोली निष्ठा के सीने में जा धंसी। आनन-फानन में उसे लोहिया अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। वहीं इस घटना के बाद उसके दोस्त अस्पताल से रफूचक्कर हो गए। जिससे पुलिस का शक गहराया और आरोपी को धर दबोचा। पुलिस जांच में सामने आया कि आरोपी ने अवैध तरीके से बिहार के मुंगेर से पिस्टल खरीदी थी।

मिलीं दारू की बोतलें

जिस फ्लैट में निष्ठा को गोली लगी, वह यूपी पुलिस में सेवा दे चुके पुलिसकर्मी हिमांशु श्रीवास्तव का है। इसी मकान में आदित्य पाठक किराए पर रहता है। पुलिस की तफ्तीश में किचन में खाने के सामान और दारू की बोतलें भी मिली हैं। जिससे लग रहा था कि यहां पर पार्टी हुई थी। पुलिस अब इस पहलु पर भी जांच कर रही है कि कहीं किसी बात पर विवाद में तो गोली नहीं चलाई गई है। साथ ही घटनास्थल से फॉरेंसिक टीम ने भी सबूत जुटाए हैं।

परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल

इस घटना के बाद परिजनों का रो-रो कर बुरा हाल है। वहीं, परिजनों ने सवाल उठाया है कि जिस .32 बोर की पिस्टल से हत्या हुई है, वह उन लड़कों के पास कैसे पहुंची। इससे साफ है कि वे क्रिमिनल माइंडेड हैं, जिन्होंने बेटी को किसी गलत इरादे से मार डाला। पुलिस को इसकी गहनता से जांच करनी चाहिए। पिता संतोष का आरोप है कि उनकी बेटी की पूरी प्लानिंग के तहत हत्या की गई है। आरोपियों पर कार्यवाही की जाए, ताकि हमें इंसाफ मिले।

इंस्टाग्राम से बढ़ी थी दोस्ती

दोनों के इंस्टाग्राम के मैसेजेस की जांच से पुलिस को पता चला कि उन्होंने पिछले एक हफ्ते से मिलना जुलना शुरू किया था। हालांकि, दोनों की कई महीने पहले अपने कॉमन फ्रेंड के जरिये मुलाकात हुई थी। वह काफी दिनों से निष्ठा को आते-जाते देखता था। फिर यह पहचान दोस्ती में बदली, जिसके बाद इंस्टाग्राम पर मैसेज के बाद पिछले हफ्ते ही मिलना शुरू हुआ।

21 दिन पहले जेल से छूटा था आरोपी

आरोपी आदित्य पीडब्ल्यूडी समेत अन्य कई विभागोंं से ज़ुड़ा है। यहां पर वह ठेकेदारी का काम करता है। बयान में उसने बताया कि जब रात को दोस्तों के साथ फ्लैट पर पहुंचा तो निष्ठा वहीं थी, उसने बताया कि उसकी रूम पार्टनर पेपर खत्म होने के चलते घर चली गई थी, वहीं दूसरी पार्टनर डेंगू के चलते अपने घर वापस चली गई। निष्ठा ने अलमारी में रखी पिस्टल देख ली और उससे खेलने लगी। पीस्टल छीनने के दौरान गोली चल गई। पुलिस जांच में सामने आया कि आदित्य इलाके में दबदबा बनाने और रंगदारी वसूलने के लिए पिस्टल लगाकर घूमता था। वह रंगदारी के मामले में करीब तीन माह बाद जेल से 31 अगस्त को ही छूटकर आया है। वहीं, पुलिस मकान मालिक से भी पूछताछ में जुटी है।

हॉस्पिटल से हत्या की सूचना की मिली थी। मामले में एक आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया है। हर एंगल पर जांच की जा रही है।

सैयद अली अब्बास, एडीसीपी, ईस्ट