लखनऊ (ब्यूरो)। बीबीडी थाना क्षेत्र के अंतर्गत एक युवक ने अपने कैंसर पीड़ित दोस्त को ठगी का शिकार बना डाला। उसने उनकी पत्नी को नौ लाख रुपये क्रिप्टो करेंसी में लगाने पर नौ करोड़ रुपये रिटर्न देने का लालच दिया, लेकिन जब उससे पैसे वापस मांगे गए तो वह गोलमोल जवाब देने लगा, साथ ही उन्हें झूठे मुकदमे में फंसाने की धमकी भी दी। जिससे परेशान होकर पीड़ित के परिजनों मामले की शिकायत पुलिस को दी। जेसीपी लॉ एंड ऑर्डर उपेंद्र अग्रवाल के आदेश पर बीबीडी थाना पुलिस एफआईआर दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।

घर बेचकर दिए पैसे

बीबीडी थाना क्षेत्र के भैसोरा निवासी फूल कुमारी ने तहरीर में बताया कि उनके पति शिवराम वर्मा कैंसर से पीड़ित थे। परिचित आशीष सिंह सिसोदिया का पति के दोस्त होने के चलते उनका घर आना जाना लगा रहता था। पति का कैंसर का इलाज कराने के लिए घर बेच कर 23 लाख रुपये इकट्ठा किये थे। उन्होंने आरोप लगाया कि आशीष सेजी पावर डाट काम पर 9.40 लाख रुपये के निवेश पर एक साल में 9 करोड़ रुपये का मुनाफा देने का वादा किया। उनके कहने पर एक आईडी खुलवाकर जुलाई 2022 को पांच हजार, अगस्त 2022 को 25 हजार और सितंबर 2022 को 90 हजार रुपए फोन-पे के माध्यम से निवेश कराए, साथ ही खाते से 6 लाख रुपये नकद लिया।

एक दर्जन से ज्यादा मुकदमे

आरोप है कि आशीष के अपनी कंपनी सेजी पावर टेक्नोलॉजी का भारत की क्रिप्टो करेंसी का लाइसेंस धारक बताने से उसकी बातों में आ गई। पति शिवराम की 10 अक्टूबर को मौत हो गई। जिसके बाद आशीष से संपर्क किया तो फोन उठाना बंद कर दिया। साथ ही फर्जी मुकदमे में फसाने की धमकी दी। आशीष के खिलाफ लखनऊ और बाराबंकी में करीब दर्जन भर मुकदमे दर्ज हैं। उसने समाज सेवा फाउंडेशन और समाज सेवा निधि प्राइवेट लिमिटेड के माध्यम से कई लोगों से ठगी की है। इसमें उसके साथ रविंद्र पासवान, अंजली पटेल समेत कई लोग शामिल हैं।

दोस्ती का उठाया फायदा

आरोप है कि आशीष कंपनी सेजी पावर ऑफिसियल नाम से टेलीग्राम गु्रप में रोज मीटिंग करता है। वहीं, सोशल मीडिया पर अपने प्रोजेक्ट का प्रचार-प्रसार कर लोगों को फंसाता है, जबकि धरातल पर उसका कोई ऑफिस नहीं है। जो भी पैसा मांगता है उसको वह गु्रप से बाहर कर देता है। पीड़िता ने बताया कि उनके पति दवाईयों की सप्लाई का काम करते थे। इस दौरान उनकी आरोपी से दोस्ती हो गई थी।