- आयोग में तीसरे दिन भी पूर्व परीक्षा नियंत्रक से चली घंटों पूछताछ

क्कक्त्रन्ङ्घन्द्दक्त्रन्छ्व : करीब तीन साल से उत्तर प्रदेश लोकसेवा आयोग की भर्ती परीक्षाओं में धांधली की जांच कर रही सीबीआई ने कार्रवाई तेज कर दी है। सीबीआई के निशाने पर आयोग में सालों से जमे अपर निजी सचिव हैं। बुधवार को सीबीआई के गोविंदपुर स्थित कैंप कार्यालय पर आयोग के चार अपर निजी सचिवों को बुलाकर घंटों पूछताछ की गई। इनसे पेपर लीक होने, कॉपियों में नंबरों का हेरफेर, कंप्यूटर का रिकॉर्ड बदलने के बारे में पूछताछ हुई। साथ ही शासन के एक अपर निजी सचिव को जल्द तलब करने की तैयारी है। उसके खिलाफ शासन ने पिछले दिनों कार्रवाई की है।

आयोग भी पहुंची सीबीआई टीम

वहीं, सीबीआई की तीन सदस्यीय टीम आयोग भी गई। वहां आयोग के पूर्व परीक्षा नियंत्रक से लगातार तीसरे दिन पूछताछ किया। देर शाम तक चली पूछताछ में पूर्व परीक्षा नियंत्रक से कंप्यूटर रिकॉर्ड में हुई गड़बड़ी की जानकारी एकत्र किया। साथ ही कुछ फाइलों को जब्त किया है। पूर्व परीक्षा नियंत्रक सीबीआई के कई सवालों का जवाब देने से बचते रहे। लेकिन, सीबीआइ ने उनके सामने गड़बड़ी का सुबूत दिखाया तो वे सकते में आ गए। सीबीआई उत्तर प्रदेश लोकसेवा की विवादित भर्ती परीक्षाओं व रिजल्ट की जांच दिसंबर 2017 से कर रही है। सीबीआइ को वर्ष 2012 से 2017 तक की तकरीबन 550 परीक्षाओं व जारी रिजल्टों की जांच करनी है। लेकिन, मई 2018 में अज्ञात एफआईआर व कुछ परीक्षाओं में पीई (प्राइमरी इंक्वायरी) दर्ज करने के अलावा सीबीआइ कुछ नहीं कर पायी। अभी तक किसी दोषी के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई। इधर, सीबीआई की टीम सोमवार को प्रयागराज आकर जांच कर रही है।

---------------

अभ्यर्थियों को कार्रवाई का भरोसा

भर्ती परीक्षाओं में गड़बड़ी करने वालों के खिलाफ कार्रवाई होने का इंतजार कर रहे अभ्यर्थियों को सीबीआई से आश्वासन मिला है। बुधवार को गोविंदपुर स्थित कैंप कार्यालय आए अभ्यर्थियों को सीबीआई ने भरोसा दिया है कि जांच तेजी से चल रही है। दोषियों के खिलाफ जल्द कार्रवाई की जाएगी।