लखनऊ (ब्यूरो)। उत्तर प्रदेश माध्यमिक शिक्षा बोर्ड की पहचान बने छोटे साइज के सफेद व पीले रंग के क्वेश्चन पेपर इस साल बोर्ड परीक्षाओं में नजर नहीं आ रहे हैं। पहली बार यूपी बोर्ड ने अपने पेपर के साइज में बदलाव करते हुए इस साल से ए4 साइज के पेपर को लागू किया है। इस बदलाव की टीचर्स भी काफी सराहना कर रहे हैं। बोर्ड में वर्षों बाद इस तरह के बदलाव पर अधिकारियों का कहना है कि बोर्ड ने पेपर के साइज में बदलाव को प्रतियोगी परीक्षाओं की तर्ज पर रखा है। यूपीएससी, यूपीपीएससी समेत कई प्रतियोगी परीक्षाओं में भी इसी तर्ज पर क्वेश्चन पेपर बनते हैं। वहीं कुछ का कहना है कि नई शिक्षा नीति के तहत बोर्ड यह बदलाव कर रहा है, जिससे बोर्ड परीक्षाओं का भी सेट स्टैंडर्ड मेनटेन किया जाए।

पहली बार ओएमआर शीट का यूज

जिला विद्यालय निरीक्षक राकेश कुमार ने बताया कि बोर्ड के क्वेश्चन पेपर का साइज प्रतियोगी परीक्षाओं के समान रखा गया है। साथ ही पहली बार ओएमआर शीट का भी इस्तेमाल किया गया है। ऐसे में स्टूडेंट्स को अभी से प्रतियोगी परीक्षाओं में ओएमआर शीट भरने और पेपर का अंदाजा होगा। सुरक्षा की दृष्टि से भी यह सकारात्मक बदलाव है।

हिन्दी व इंग्लिश मीडियम के सवाल साथ

अमीनाबाद इंटर कॉलेज के प्रिंसिपल एसएल मिश्र का कहना है कि 36 साल से बोर्ड में छोटे ही पेपर देखने को मिल रहे हैं। जिसमें हाईस्कूल में सफेद रंग और इंटरमीडिएट में पीले रंग के प्रश्नपत्र आते थे। पहली बार साइज में बदलाव हुआ है। इस साल हाईस्कूल में भी इंग्लिश व हिन्दी मीडियम के स्टूडेंट्स के लिए एक ही पेपर दिया जाएगा। पहले अलग-अलग होता था। मैं इस बदलाव को सकारात्मक मान रहा हूं। इससे शिक्षक व बच्चों, दोनों को आसानी हो रही है।

बड़े साइज के साथ छपाई भी स्पष्ट

राजकीय बालिका इंटर कॉलेज की प्रिंसिपल कुसुम वर्मा ने बताया कि पेपर का साइज बड़ा होने से उसकी छपाई और फॉन्ट साइज भी पहले की तुलना में बेहतर और साफ है। इससे बच्चे भी काफी खुश नजर आए।

नई एजुकेशन पॉलिसी का दिखा असर

पायनियर मॉन्टेसरी स्कूल, राजेंद्र नगर शाखा की प्रिंसिपल ऊषा सूरी ने बताया कि नई एजुकेशन पॉलिसी की तर्ज पर बदलाव हो रहे हैं। पेपर साइज के अलावा ओएमआर शीट, सेशन में टर्म टेस्ट, यह सभी बोर्ड को एक पैरलल करने जैसा ही लग रहा है। इस बदलाव से स्टूडेंट्स भी काफी पॉजिटिव लग रहे हैं।

इनमें भी दिख रहा बदलाव

ओएमआर शीट में भी बच्चों की सुविधा के लिए सिर्फ रोल नंबर और कोड बच्चों को भरना है, बाकी डिटेल बोर्ड की तरफ से भरी हुई हैं। ओएमआर की गलती पर सेकंड ओएमआर का विकल्प दिया गया है।

सिक्योरिटी भी हुई है बेहतर

पेपर की पैकिंग भी चार लेयर में हुई है। सुरक्षा की दृष्टि से दो एन्वलप एंटी टेम्पर हैं, ताकि गड़बड़ी होने की गुंजाइश न रहे। पहले चार बार क्वेश्चन पेपर आते थे, इस साल सभी पेपर पहले ही पहुंचा दिए गए हैं, साथ ही सिक्योरिटी पॉइंट से क्वेश्चन पेपर लाने ले जाने वाले टीम की फोटोग्राफी हुई है।