- शासनादेश को ठेंगा दिखाकर सिटी मांटेसरी स्टूडेंट कर रहा वसूली

- अनु सचिव माध्यमिक शिक्षा परिषद की शिकायत पर डीआईओएस ने भेजा नोटिस

LUCKNOW: नाम बडे़ और दर्शन छोटे यही हाल कुछ शैक्षिक संस्थानों का हो गया है। शिक्षा के नाम पर धनउगाही का खेल रुकने का नाम नहीं ले रहा है। ऐसा ही मामला सीएमएस को लेकर सामने आया है, जिसमें डीआईओएस ने नोटिस जारी कर तीन दिनों के भीतर जबाव तलब किया है। नोटिस में डीआईओएस ने कहा है कि कोरोना के चलते शैक्षिक गतिविधियां ऑनलाइन हैं और स्टूडेंट स्कूल नहीं जा रहे हैं। ऐसे में स्पोर्ट, लैब, लाईब्रेरी, स्कूल बस आदि की गतिविधियां बंद हैं तो इन मदों की फीस स्टूडेंट से नहीं वसूली जानी चाहिए। शासनादेश का उलंघन कर सीएमएस अवैध वसूली कर रहा है। डीआईओएस की ओर से शैक्षिक सेशन 2019-20 और 2020-21 में क्लासवाईज ली गई फीस और शासनादेश का उलंघन क्यों किया गया इसका स्पष्टीकरण तीन दिन में मांगा गया है।

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यह है मामला

सीएमएस के खिलाफ लैब, लाईबे्ररी और अन्य मदों की फीस कोरोना काल में वसूलने की शिकायत मिली थी। इसे लेकर अनु सचिव माध्यमिक शिक्षा विभाग ने अपने एक शिकायती पत्र के माध्यम से डीआईओएस को अवगत कराया कि सीएमएस शासनादेश का उलंघन कर रहा है, जिसके बाद डीआईओएस की ओर से स्कूल को कड़े शब्दों में नोटिस भेजकर तीन दिन में जबाव मांगा गया है।

वर्जन

सीएमएस की अवैध वसूली को लेकर नोटिस भेजकर फीस का पूरा विवरण मांगा गया है। जो भी स्कूल शासनादेश का उलंघन करेंगे उनके खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी।

डॉ मुकेश कुमार सिंह, जिला विद्यालय निरीक्षक, सदस्य सचिव जिला शुल्क नियामक समिति

अभी हमे कोई नोटिस नहीं मिला है। नोटिस मिलने पर स्कूल प्रशासन उचित कार्रवाई करेगा।

रिषी खन्ना, प्रवक्ता, सीएमएस