10 प्रतिशत पोस्ट कोविड के मरीजों में आ रही समस्या

30 से अधिक मरीज ऐसे रोज आ रहे हैं केजीएमयू में

- कार्डियोलॉजी में बड़ी संख्या में आ रहे ऐसे मरीज

- डॉक्टर्स बोले, समय पर मरीज लेते रहें दवाएं

LUCKNOW: कोरोना को तो मात दे दी लेकिन उसका असर आगे चलकर देखने को मिल रहा है। कोरोना से ठीक होने वालों में दिल की धमनियों की बीमारी देखने को मिल रही है। ऐसे लोगों में दिल की धमनियों में खून का थक्का जमने के अलावा बीपी, थॉयरायड व डायबिटिज की समस्या हो रही है.डॉक्टर्स का कहना है कि इसके लिए लोगों को अपनी जीवनशैली में बदलाव करने की जरूरत है, तभी इस समस्या से छुटकारा मिल सकता है।

धमनियों पर दिख रहा असर

पीजीआई के कार्डियोलॉजिस्ट डॉ। सतेंद्र तिवारी ने बताया कि कोरोना की वजह से आर्टरी की बार्डर लाइन रफ हो जाती है और ल्यूमन सक्रिय हो जाता है। जिससे खून का दौरान कम होने से थक्के जमने की समस्या होने लगती है और अटैक आने की आशंका बढ़ जाती है। समय पर दवा नहीं लेने या इलाज में देरी से भी यह समस्या हो सकती है। इस तरह की समस्या पोस्ट कोविड प्रति 100 मरीजों में से 8 से 10 में देखने को मिल रही है। ऐसे में मरीजों को अपनी लाइफस्टाइल में सुधार, पौष्टिक खानपान और समय से दवाएं लेनी चाहिए।

दवा लेने में न करें कोताही

केजीएमयू में कार्डियोलॉजिस्ट डॉ। अक्षय प्रधान ने बताया कि कोविड की वजह से दिल पर असर तो पड़ता ही है। साथ ही यह आर्टरी में क्लॉट जमाने का काम भी करता है। उससे हार्ट अटैक का खतरा होता है। कोरोना से हार्ट की मांसपेशियां कमजोर हो जाती हैं। कई बार एंजियोग्राफी से क्लॉट अपने आप डिजाल्व हो जाते हैं और आर्टरी ठीक मिलती है। इस तरह की समस्याओं के रोज 15 से 18 मरीज आ रहे हैं। दूसरी जगहों से रेफर होकर भी करीब 10 से 15 मरीज ओपीडी में आ रहे हैं। जिन लोगों में ऐसी समस्या है, वे अपनी दवा न बंद करें और जरा सी भी दिक्कत होने पर डॉक्टर को दिखाएं।

बाक्स

ऐसे करें बचाव

- स्मोकिंग न करें

- दवाएं खाते रहें

- शुगर, बीपी, कोलेस्ट्राल कंट्रोल रखें

- फिजिकल एक्टिविटी करें

- घर के अंदर ही टहलें

- चेस्ट पेन, घबराहट या सांस लेने में दिक्कत हो तो डॉक्टर को दिखाएं

कोट

करीब 8 से 10 फीसद पोस्ट कोविड मरीजों में आर्टरी संबंधित समस्या की वजह से अटैक आने की समस्या हो सकती है। ऐसे में डॉक्टर से सलाह लेकर समय से दवाएं लेते रहें।

डॉ। सतेंद्र तिवारी, पीजीआई

कोरोना वायरस की वजह से आर्टरी में खून का थक्का जमने की वजह से हार्ट अटैक की आशंका बढ़ जाती है। हेल्दी लाइफस्टाइल व समय पर दवा व इलाज से इससे बचा जा सकता है।

डॉ। अक्षय प्रधान, केजीएमयू