लखनऊ (ब्यूरो)। कनाडा से घर की मरम्मत कराने भारत आए एक बुजुर्ग एनआरआई को अपनी कार का ऑनलाइन रजिस्ट्रेशन कराना महंगा पड़ गया है। आरटीओ की जगह उन्होंने इंटरनेट से मिले साइबर जालसाज के नंबर पर कॉल की और उनके खाते से 10 लाख रुपए उड़ गए। पीडि़त बुजुर्ग ने अपने स्कूल में पढऩे वाले बच्चों की स्कॉलरशिप फंड के लिए पैसे जोड़ कर रखे थे। साइबर क्राइम थाने में एफआईआर दर्ज कर ली गई है।

रजिस्ट्रेशन रिन्यू करने के लिए निकला नंबर

जानकीपुरम निवासी 90 वर्षीय बुजुर्ग एनआरआई के मुताबिक, वह बीते कई वर्षों से कनाडा के मांट्रियाल में रहते हैं। जनवरी में वह लखनऊ अपने घर की मरम्मत करवाने के लिए आए थे। इस दौरान उनकी कार का रजिस्ट्रेशन खत्म हो गया था, जिसका नवीनीकरण कराने के लिए उन्होंने इंटरनेट पर आरटीओ का नंबर तलाशा। इंटरनेट पर मिले आरटीओ के नंबर पर जब उन्होंने कॉल की तो उनसे नवीनीकरण के लिए 10 रुपए फीस मांगी गई और ऑनलाइन पेमेंट करने को कहा गया।

सरकारी कर्मचारी समझ डाउनलोड किया एप

पीडि़त एनआरआई ने बताया किए जब उन्होंने इंटरनेट से मिले आरटीओ के नंबर पर कॉल की तो उन्हें एनी डेस्क एप नाम की वेबसाइट पर 10 रुपए पेमेंट की करने को कहा गया। उन्होंने जब कॉल उठाने वाले से बैंक अकाउंट से ऑनलाइन ट्रांसफर करने की बात कही तो उन्हें मना करते हुए उसी वेबसाइट पर पेमेंट करने के लिए कहा गया। बुजुर्ग को लगा कि सरकारी कर्मचारी हैं, तो उसकी बातों में आकर जैसा जालसाज ने कहा वैसे ही वह निर्देशों का पालन करते गए। उनसे कहा गया कि शाम को एक सीनियर अधिकारी उनसे बात करेंगे, लेकिन कॉल नहीं आई। शाम को बैंक की ओर से पांच लाख रुपए उनके बैंक अकाउंट से कटने का मेल आया तो वह हैरान रह गए और तत्काल ऑनलाइन बैंकिंग का पासवर्ड बदलने लगे, लेकिन तब तक पांच लाख और कटने का मेल आ गया। बुजुर्ग के मुताबिक, उन्होंने अपने पैतृक गांव में बने एक महिला कॉलेज में पढऩे वाली बच्चियों को स्कॉलरशिप देने के लिए 10 लाख रुपये का फंड जोड़ रखा था। पर उनका सारा पैसा साइबर जालसाजों ने लूट लिया।

मुकदमा लिख साइबर टीम कर रही जांच

साइबर क्राइम थाना प्रभारी मुस्लिम खान ने बताया कि पीडि़त एनआरआई की तहरीर पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। उन्होंने बताया कि पीडि़त बुजुर्ग इंटरनेट के जरिए जालसाजों द्वारा फिशिंग के शिकार हो गए। एनी डेस्क एप के जरिए उन्होंने हैकर्स को खुद अपने मोबाइल का पूरा एक्सेस दे डाला। साइबर टीम अपराधियों की तलाश कर रही है।