LUCKNOW : Sawan Month 2020 Third Monday: श्रावण के तीसरे सोमवार को 47 साल बाद सोमवती अमावस्या का विशेष योग होने से सुहागिनों को विशेष फल मिलेगा। ऐसे में कोरोना संक्रमण को देखते हुए शिव मंदिरों में दर्शन की विशेष व्यवस्था की गई है। मास्क के साथ दर्शन होंगे तो गर्भगृह में प्रवेश की किसी को अनुमति नहीं होगी।

25 भक्त ही भस्म आरती में हो सकेंगे शामिल

मनकामेश्वर मंदिर की महंत देव्या गिरि ने बताया कि केवल पांच भक्तों को ही एक बार में मंदिर में एंट्री मिलेगी। वहीं जलाभिषेक के लिए अलग से अरघा बनाया गया है। इसके अलावा फूल और प्रसाद भक्त बाबा को नहीं चढ़ा सकेंगे। महाकाल मंदिर में तड़के होने वाली भस्म आरती में सिर्फ 25 भक्त ही शामिल हो सकेंगे। मंदिर परिसर में कोरोना मुक्ति के लिए संडे से जाप शुरू हो गया। भस्म आरती को सोशल मीडिया के माध्यम से श्रद्धालुओं तक पहुंचाया जाएगा। कोनेश्वर मंदिर सुरक्षा के चलते बंद रहेगा तो कोतवालेश्वर मंदिर में भी बाबा के दर्शन नहीं होंगे। चंद्रिका देवी में मंदिर के पास लगने वाला अमावस्या का मेला नहीं लगेगा।

बाहर से कर सकेंगे बाबा के दर्शन

बुद्धेश्वर मंदिर में विशेष सुरक्षा इंतजाम किये गये हैं। छोटा व बड़ा शिवाला, द्वादश ज्योतिर्लिग मंदिर समेत प्रमुख मंदिरों में पुजारी बाबा का श्रंगार करेंगे। श्रद्धालुओं को बाहर से दर्शन की अनुमति होगी। ऐशबाग रामलीला मैदान के हाल में होने वाले सवा लाखी रुद्राभिषेक में 27 चौकियां स्थापित होंगी। सोशल मीडिया के माध्यम से घर बैठे आयोजन देखा जा सकेगा। ऐशबाग रामलीला कमेटी के महामंत्री पं। आदित्य द्विवेदी ने बताया कि सवा लाख मिट्टी के शिवलिंग बनाने का काम भक्तों की ओर से घरों में किया जा रहा है। सोमवार को सुबह नौ बजे से अभिषेक शुरू हो जाएगा।

सोमवती अमावस्या का है विशेष महत्व

आचार्य एसएस नागपाल ने बताया कि सूर्य व चंद्रमा एक सीध में होने से सोमवती अमावस्या विशेष फलदाई होती है। इसे हरियाली अमावस्या के नाम से जाना जाता है जब अमावस्या सोमवार के दिन पड़ती है तो उसे सोमवती अमावस्या कहते हैं। सोमवती अमावस्या के दिन दुर्लभ संयोग बन रहा है। 20 जुलाई के दिन पुनर्वसु नक्षत्र, सोमवार के दिन और अमावस्या से पुष्कर योग बन रहा है। पुष्कर योग में शिव पूजा करने से विवाह, धनधान्य, संतान और सेहत का सुख मिलता है और सारी मनोकामनाएं पूरी होती हैं। श्रावण मास सोमवार से शुरू होकर सोमवार को ही खत्म हो रहा है इसलिए यह पूरा महीना ही खास है। 23 जुलाई को हरियाली तीज, 25 जुलाई को नागपंचमी, 30 जुलाई को पवित्रा एकादशी और तीन अगस्त सोमवती पूíणमा और रक्षाबंधन के साथ श्रावण मास का समापन होगा।