लखनऊ (ब्यूरो)। मुझे पहले नहीं पता था कि सर्वाइकल कैंसर से बचाव की वैक्सीन उपलब्ध है। यदि पहले से जानकारी होती तो अब तक यूपी में घातक सर्वाइकल कैंसर से बचाव के लिए वैक्सीनेशन का काम पूरा करा देती। मां, बहू और बेटी को सर्वाइकल कैंसर से बचाने के लिए यह वैक्सीन जरूरी है। ये बातें गवर्नर आनंदीबेन पटेल ने सोमवार को लोहिया संस्थान में सर्वाइकल कैंसर व एचपीवी टीकाकरण जागरूकता कार्यक्रम के दौरान कहीं।

फ्री में लगे गरीबों को वैक्सीन

गवर्नर ने आगे बताया कि यह घातक कैंसर 60 प्रतिशत महिलाओं की जान ले लेता है। लिहाजा इसके खिलाफ मुहीम तेज करने की जरूरत है। सीएसआर फंड का उपयोग उन स्कूलों में अधिक किया जाएगा, जिनके माता-पिता वैक्सीनेशन के लिए पैसे नहीं जुटा सकते। उन्हें फ्री में वैक्सीन लगाई जाये। वहीं, डिप्टी सीएम ब्रजेश पाठक ने कहा कि कैंसर घातक बीमारी है। इसको लेकर जागरूकता जरूरी है। तभी इससे मुकाबला आसान होगा। नुक्कड़ नाटक जागरूकता फैलाने का शानदार माध्यम हैं।

जल्द स्वदेशी वैक्सीन भी मिलेगी

संस्थान की निदेशक डॉ। सोनिया नित्यानंद ने कहा कि महिलाओं में सर्वाइकल कैंसर तेजी से बढ़ रहा है, पर जागरूकता से इस पर पूरी तरह काबू पाया जा सकता है। हम व्यक्तिगत साफ -सफाई और सही समय पर टीका लगवाकर इस गंभीर बीमारी से आने वाली पीढ़ी को बचा सकते हैं। 9-14 साल की बेटियों को वैक्सीन की दो डोज लगानी पड़ती हैं। यह 95 फीसदी तक कैंसर से बचाव में कारगर है। इसकी एक खुराक करीब तीन हजार रुपये की है। सरकारी महिला अस्पतालों में यह फ्री में लगाई जा रही है। जिला प्रशासन की तरफ से संस्थान को उपलब्ध कराई गई वैक्सीन अब तक 225 बेटियों को लगाई जा चुकी है। सर्वाइकल कैंसर से बचाव के लिए अगस्त से स्वदेशी वैक्सीन भी आ रही है, जिसे भारत के परिवेश को देखते हुए तैयार किया गया है।