लखनऊ (ब्यूरो)। डीएम सूर्य पाल गंगवार ने कलेक्ट्रेट सभागार में मोहर्रम की व्यवस्थाओं की तैयारी के संबंध में बैठक की। डीएम ने बताया कि मोहर्रम का माह 19 जुलाई 2023 से शुरू होना है। पहली, सातवीं, आठवीं, नौवीं व 10वं मोहर्रम की तिथियां अति संवेदनशील हैं। मोहर्रम के माह में शिया समुदाय द्वारा मजलिस-मातम का आयोजन किया जाता है। डीएम ने निर्देश दिए कि मोहर्रम के अवसर पर निकाले जाने वाले जलूसों के लिए नगर निगम, लेसा, जल संस्थान, चिकित्सा, लोक निर्माण, जल निगम, एलडीए सहित अन्य विभागों द्वारा की जाने वाली तैयारियां मंगलवार शाम तक पूरी कर ली जाएं।

सभी व्यवस्थाएं बेहतर रहें

डीएम ने निर्देश दिए कि जुलूसों के मद्देनजर मार्ग प्रकाश की व्यवस्था को सुनिश्चित कराया जाए। जिसके लिए बिजली विभाग व नगर निगम के अधिकारी अपर जिलाधिकारी नगर पूर्वी के साथ सर्वे करते हुए खराब स्ट्रीट लाइट को बदलना सुनिश्चित करें। उक्त के साथ ही बारिश के मौसम के मद्देनजर जिन जुलूस रूटों पर जलभराव की संभावना है, वहां पर जल निकासी के लिए पंप की व्यवस्था को सुनिश्चित कराया जाए। उन्होंने यह भी निर्देश दिए कि सार्वजनिक स्थानों पर पोस्टर, बैनर इत्यादि लगाए जाते हैैं तो उन्हें हटाया जाए। सड़क किनारे भवन निर्माण संबंधी सामग्री कहीं पर एकत्र न हो।

जुलूस मार्ग पर कोई समस्या न आए

डीएम ने मोहर्रम की तारीखों में निकाले जाने वाले जलूसों के मार्गों पर समुचित सफाई, चूने एवं पानी का छिड़काव, पेचवर्क मरम्मत तथा टूटी सडकों की मरम्मत समयानुसार कराने, छुट्टा जानवरों को पकड़ने के लिए गैंग की तैनाती, सफाई गैंग की तैनाती एवं पानी के टैंकर की व्यवस्था के साथ पाटानाला से अकबरी गेट के दोनों ओर पानी के टैैंकर्स को समय से रीफिलिंग कराया जाए।

रोड्स पर हो पैचवर्क

डीएम ने निर्देश दिए कि पुराने शहर व रोड्स के पैचवर्क, मलवा उठाने, टूटी नालियों को ठीक करवाने तथा सफाई कराने के निर्देश दिए। डीएम ने लेसा को पुराने लखनऊ के पूरे क्षेत्र में बिजली के खंभों से लटके, टूटे तारों को ठीक कराने की व्यवस्था करने के निर्देश दिये हैं। डीएम ने चिकित्सा विभाग के संबंधित अधिकारियो को निर्देश दिये हैं कि जलूसों के दौरान एंबुलेंस तथा डाक्टरों की टीम की व्यवस्था समयानुसार की जाए। इसके साथ ही निरंतर जल आपूर्ति भी हो। डीएम ने नागरिक सुरक्षा संगठन के अधिकारियों को निर्देश दिये है कि सभी थाना क्षेत्रों में शांति समितियों व विशेष पुलिस अधिकारियों की बैठक कर शांति व्यवस्था में उनका व्यापक सहयोग लिया जाए।