- अस्पतालों के आसपास अतिक्रमण की समस्या ले रही विकराल रूप

- मरीज हो रहे परेशान, अभी तक नहीं चला कोई अभियान

LUCKNOW

एक बार फिर से अस्पतालों के आसपास अतिक्रमण की समस्या नजर आने लगी है। अस्पताल गेट से लेकर फुटपाथ तक अतिक्रमण से घिर गए हैं। बावजूद इसके जिम्मेदारों की ओर से कोई अभियान नहीं चलाया जा रहा है। उधर, अतिक्रमण के कारण अस्पताल आने वाले मरीजों और उनके तीमारदारों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है।

हर अस्पताल के सामने स्थिति खराब

सिविल अस्पताल हो या लोहिया अस्पताल या फिर कोई और, हर तरफ अतिक्रमण की समस्या नजर आती है। सिविल अस्पताल के गेट के सामने फुटपाथ पर दुकानें सजी हैं। जो नियमों की धज्जियां उड़ाने के लिए काफी हैं।

लगता है जाम

अस्पतालों के आसपास अतिक्रमण की समस्या होने के कारण जाम की समस्या भी उत्पन्न होती है। कई बार तो अस्पतालों में आने वाली एंबुलेंस तक जाम में फंस जाती हैं। जिसकी वजह से एंबुलेंस में मौजूद मरीज की जान पर बन आती है।

अस्पतालों की तस्वीर एक नजर में

केजीएमयू का शताब्दी हास्पिटल

स्थिति-भवन के सामने सड़क के दूसरी तरफ सजी अस्थाई दुकानें

केजीएमयू गेट

स्थिति-गेट के पास लगे ठेले, जाम की स्थिति

लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान

स्थिति-अस्पताल गेट के पास लगे ठेले व अस्थाई दुकानें

सिविल अस्पताल

स्थिति-अस्पताल गेट के सामने सड़क के दूसरी तरफ अतिक्रमण के हाल बेहाल

नहीं चलता अभियान

अस्पताल के आसपास अतिक्रमण की समस्या को दूर करने के लिए बार-बार योजना तो बनाई जाती है लेकिन नियमित रूप से अभियान न चलने की वजह से स्थिति जस की तस बनी रहती है।

अभी तक असर नहीं

हाल में ही जिला प्रशासन की ओर से सभी विभागों की एक संयुक्त टीम बनाई गई थी, जिसका मुख्य फोकस अस्पतालों व मुख्य मार्गो के आसपास काबिज अतिक्रमण को हटाया जाना था लेकिन अभी तक एक दिन भी अभियान नहीं चला।

अतिक्रमण से ये समस्या होती उत्पन्न

1-ट्रैफिक जाम की स्थिति

2-जाम लगने से साउंड पॉल्यूशन

3-वेंडिंग जोन के नियमों की उड़ती धज्जियां

4-अस्पतालों के आसपास फैलती गंदगी