लखनऊ (ब्यूरो)। कैंसर के बढ़ते मामलों के बीच मरीजों की चिकित्सीय सेवाओं के लिए कोई एकीकृत प्रणाली नहीं है, जिसके चलते मरीजों को जांच से लेकर इलाज और आखिरी दौर की सेवा तक के लिए भटकना पड़ता है। इसी समस्या को देखते हुए एक प्रणालीगत व्यवस्था बनाने के लिए शासन स्तर से कैंसर संस्थान, केजीएमयू समेत अन्य मेडिकल संस्थानों की टीम बनाई गई है। यह टीम एक सप्ताह के अंदर कैंसर के समुचित इलाज की बेहतर व्यवस्था के लिए अपनी रिपोर्ट देगी।

स्क्रीनिंग से लेकर केयर तक की मिले सुविधा

कैंसर का दर्द मरीजों में आर्थिक व सामाजिक कठिनाईयों को बढ़ाता है। पर इस बीमारी से ग्रसित मरीजों के लिए चिकित्सीय सुविधा को लेकर कोई प्रणालीगत व्यवस्था नहीं है। ऐसे में कैंसर के समय से स्क्रीनिंग, निदान एवं उपचार के लिए एडवांस टेक्नोलॉजी के प्रयोगों को लेकर रिपोर्ट तैयार करनी है। जिसमें बीमारी की रोकथाम व जल्द पहचान, कैंसर के क्षेत्र में नई टेक्नोलॉजी का प्रयोग, इंटरनेशनल मानकों के अनुरूप उपचार की सुविधा और कैंसर मरीजों के आसपास कैंसर केयर की सुविधा उपलब्ध कराना आदि तय किया जायेगा, ताकि कैंसर की स्क्रीनिंग, डायग्नेासिस, ट्रीटमेंट, पेशेंट मैनेजमेंट और रिसर्च एंड ट्रेनिंग में तकनीक प्रयोग पर बेहतर काम किया जा सके।

ये तैयार करेंगे रिपोर्ट

इसके लिए कैंसर संस्थान के निदेशक प्रो। आरके धीमन को कमेटी का अध्यक्ष बनाया गया है। उनके अलावा केजीएमयू के वीसी डॉ। बिपिन पुरी, आईआईटी-कानपुर निदेशक प्रो। अभय कारंदीकर, अटल बिहार बाजपेयी मेडिकल यूनिवर्सिटी के वीसी डॉ। संजीव मिश्रा और कैंसर संस्थान के रेडिएशन ऑन्कोलॉजी विभाग के डॉ। शरद सिंह को सदस्य बनाया गया है। वे इसपर विस्तृत रिपोर्ट तैयार कर उसे शासन को सौंपेंगे।

कैंसर के बेहतर इलाज के लिए शासन स्तर से टीम बनाई गई है। जल्द ही टीम की बैठक करके आगे की कार्ययोजना तैयार की जाएगी।

-प्रो। आरके धीमन, समिति अध्यक्ष