-आधी रात में गार्ड ने दी सूचना, हॉस्टल नहीं हुआ था एलॉट

LUCKNOW: लखनऊ यूनिवर्सिटी के शारीरिक शिक्षा विभाग के सामने बने टेनिस ग्राउंड पर बने कमरों में गुरुवार आधी रात तीन लड़के व दो लड़कियों को गार्ड की शिकायत पर पकड़ा गया। यह चर्चा एलयू के कैंपस में पूरे दिन हर एक की जुबान पर मौजूद रही। एलयू सूत्रों के अनुसार मौजूदा समय में यूनिवर्सिटी में टेनिस पैवेलियन के एक छोर पर छत्रपति शिवाजी की मूर्ति लगाने को लेकर निर्माण कार्य कराया जा रहा है। इसलिए मौके पर मौजूद निर्माण सामग्री की देखरेख करने के लिए दो गार्डो को रात में तैनात किया जाता है। सूत्रों के अनुसार आधी रात के करीब गार्ड को पैवेलियन में बने कमरों से आवाजें सुनाई पड़ीं। इसपर उन्होंने एलयू प्रशासन के अधिकारियों को सूचित किया। सूत्रों के अनुसार पैवेलियन में बने दो कमरों में तीन छात्र व दो छात्राएं मौजूद थे। जब उनसे उनके वहां रुकने के बारे में पूंछा गया तो उन्होंने बताया कि उन्हें हॉस्टल एलॉट नहीं हुआ है और वह क्लासेस चलने के कारण वहां संबंधित प्रोफेसर की इजाजत के बाद ही यहां रुके हैं।

शिक्षक नाराज

सूत्रों के अनुसार इसको लेकर कई शिक्षकों नाराज हैं। उनका कहना है कि माना कि छात्रों के पास हॉस्टल नहीं है, लेकिन इस प्रकार से कमरे दे देना गलत है। वहीं, कई छात्र इसे गलत नहीं मान रहे हैं। शारीरिक शिक्षा विभाग के प्रो। नीरज जैन ने बताया कि चालू सत्र में कई छात्र-छात्राओं को हॉस्टल का एलॉटमेंट नहीं हो सका था। उनकी क्लासेस शुरू हो गई थीं। ऐसे में मेरे पास कई छात्रों व छात्राओं के परिजनों ने आकर बच्चों को कमरा न मिलने के चलते समस्याआ बताई। प्रोफेसर का कहना है कि अभिभावकों की मर्जी से ही छात्र-छात्राओं को कमरे दिए गए।

कमरा सशर्त व उनके अभिभावकों की मर्जी से दिया गया था। कई सौ किलोमीटर दूर से आए बच्चे कमरा न मिलने के चलते असमंजस में थे, क्योंकि नए शहर में उनके पास रहने की जगह नहीं थी।

प्रो। नीरज जैन, शारीरिक शिक्षा विभाग, एलयू।