- पहली बार 11 बालिकाओं ने की महाआरती

- घरों में भी विधि-विधान से मनाया गया देव दीपावली का पर्व

LUCKNOW:

देव दीपावली पर मनकामेश्वर घाट लाखों दीपों की रोशनी से जगमगा उठा। यहां महंत देव्यागिरी के सानिध्य में करीब ढाई लाख दीपों को प्रज्ज्वलित किया गया। इस दौरान लोगों को कोविड प्रोटोकॉल के पालन करने का भी संदेश दिया गया। वहीं राजधानी में लोगों ने घरों में भी देव दीपावली का पर्व विधि-विधान से मनाया।

गोमा में किया स्नान

कार्तिक पूर्णिमा पर श्रद्धालुओं ने सुबह गोमा तट पहुंच कर स्नान किया और इसके बाद जरूतरमंदों को दान भी दिया। मिशन शक्ति को बढ़ावा देते हुये इसबार मां गोमती की महाआरती 11 कन्याओं द्वारा की गई। पं। शिवानंद और पं। शिवराम अवस्थी के आचार्यत्व में बनारस की तर्ज पर 11-11 वेदियों कन्याओं व पुरुषों ने महाआरती की। इस दौरान चारों ओर मां गोमती के जयकारे गूंजते रहे।

जलाए गए ढाई लाख दीपक

देव दीपावली पर मंदिर की ओर से मिट्टी व गोबर के करीब ढाई लाख दीपों को तैयार किया गया था। मनकामेश्वर तट पर कई तरह की आकृतियों के दीपक चलाए गए। इस दौरान तट पर पहुंचे श्रद्धालु फोटो व सेल्फी लेते हुये नजर आए। वहीं गोमा तट सोमवार को किसी मेले की तरह नजर आ रहे थे। घाटों पर कुछ-कुछ दूरी पर बच्चों के खिलौने आदि की दुकानें भी लगी थीं, जिस पर बच्चों की दिन भर भीड़ दिखाई दी।

इसलिए होती है देव दीपावली

आचार्य एसएस नागपाल ने बताया कि भगवान शिव ने त्रिपुर नामक असुर का वध कार्तिक पूर्णिमा को ही किया था और श्री विष्णु जी ने मत्स्य अवतार भी इसी दिन लिया था। देवताओं ने इसी दिन दीपावली मनाई थी। इसलिए इस दिन देव दीपावली मनाई जाती है।