लखनऊ (ब्यूरो) । पीजीआई के कार्डियोलॉजिस्ट डॉ। नवीन गर्ग ने बताया कि यूथ खुद को फिट बनाने के लिए जिम व हैवी एक्सरसाइज करते हैं। ज्यादा जिम कर लेने से हार्ट अटैक का खतरा बढ़ता है। कई केस आते हंै जिसमें 30 से 35 वर्ष के युवा बताते हैं कि दिन की धड़कन कम होने लगी है। हार्ट रेट घटकर 40 से 50 तक हो जाता है। हिस्ट्री देखने पर पता चलता है कि वो हैवी जिम एक्सरसाइज करते हैं। एक-दो केस हर माह ऐसे आते हैं।
तीन बातों का रखें ध्यान
डॉ। गर्ग के मुताबिक कई बार सुनने को मिलता है कि जिम करते समय हार्ट अटैक से मौत हो गई। इसके पीछे तीन वजहें हो सकती हैं। पहला यह कि एथलीट हार्ट हो सकता है, क्योंकि अधिक ट्रेनिंग व एक्सरसाइज करने से हार्ट की मसल्स मोटी जाती हैं और उन्हें अधिक काम करना पड़ता है। जिससे कार्डियक अरेस्ट की आशंका बढ़ती है। प्रोफेशनल स्पोट्र्स पर्सन में यह ज्यादा होता है। दूसरा, यह कि लोग पहले एक्सरसाइज करते हैं और कुछ दिन बाद छोड़ देते हैं और फिर एक्सरसाइज शुरू कर देते हैं। इससे कार्डियक अरेसट का खतरा बढ़ता है। तीसरा कारण यह कि एक्सरसाइज करनी तो कार्डियोलॉजिस्ट से मिलें, क्योंकि अगर किसी को दिल की छुपी बीमारी है और वह जिम में हैवी एक्सरसाइज करता है तो आगे चलकर उसको कार्डियक अरेस्ट होने का खतरा हो जाता है।
मेडिकल हिस्ट्री न छिपाएं
यूपी फिटनेस सेंटर एंड जिम एसोसिएशन के जनरल सेक्रेट्री साजिद अहमद के मुताबिक सप्लीमेंट अच्छी क्वॉलिटी का होना चाहिए। अब मार्केट में फेक सप्लीमेंट अधिक हैं। जिम ट्रेनर से बीपी व शुगर आदि हेल्थ इश्यू है तो उसे छिपाएं नहीं, ताकि ट्रेनर उसके हिसाब से आपको एक्सरसाइज बताए। शुगर व बीपी आदि है तो सप्लीमेंट न लें। लोग जल्दी मेडिकल हिस्ट्री के बारे में बताते नहीं हैं। जिससे उन्हें समस्या होती है।


प्रोटीन इनटेक ज्यादा, खर्च कम
डायटिशियन डॉ। स्मिता सिंह के मुताबिक रेकमेंडेड डायटरी अलाउंसेस यानि आरडीए-2020 की नई गाइडलाइन के अनुसार भारतीयों की प्रोटीन जरूरत पहले के मुकाबले 1 ग्राम से घटकर 0.8 ग्राम प्रति किलो हो गई है। जिम में वे प्रोटीन के नाम पर हर तरह का सप्लीमेंट ले रहे हैं। जिसमें 80 से 90 ग्राम तक प्रोटीन होता है। यानि प्रोटीन का इनटेक ज्यादा है लेकिन उसका यूज कम हो रहा है। ऐसे में कार्डियक अरेस्ट का खतरा बढ़ जाता है। इन सप्लीमेंट की जगह दिन में 2 से 3 अंडे, दालें या दूध से बना आइटम आदि का सेवन करना चाहिए।


इन लक्षणों का रखें ध्यान
- सांस लेने में दिक्कत
- अत्यधिक थकान
- गर्दन, जबड़े या पीठ के ऊपरी हिस्से में दर्द
- छाती या पेट में जलन
- दिल की धड़कन का अनियमित होना
- बीपी या शुगर की समस्या

इस तरह करें बचाव
- हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाएं
- धूम्रपान व शराब से दूर रहें
- नियमित योग व एक्सरसाइज करें
- बीपी व शुगर कंट्रोल रखें
- फास्ट फूड का सेवन कम करें

ज्यादा जिम करने से हार्ट अटैक का खतरा बढ़ता है। बिना वजह सप्लीमेंट लेना भी हानिकारक है। जिम में हैवी एक्सरसाइज करने वाले एक से दो लोग हर माह हार्ट के समस्या लेकर आते हैं।
डॉ। नवीन गर्ग, कार्डियोलॉजिस्ट, पीजीआई

सप्लीमेंट अच्छी क्वॉलिटी का होना चाहिए। बाजार में अब फेक सप्लीमेंट अधिक हैं। अगर कोई मेडिकल हिस्ट्री है तो उसे अपने जिम ट्रेनर से न छिपाएं। इससे समस्या हो सकती है।
साजिद अहमद, जनरल सेक्रेटरी, यूपी फिटनेस सेंटर एंड जिम एसोसिएशन

शरीर में प्रोटीन की अधिकता होने और उसकी खपत कम होने से कार्डियक अरेस्ट का खतरा बढ़ जाता है। सप्लीमेंट की जगह दिन में दो-तीन अंडे, दालें और दूध से बनी चीजें लें।
डॉ। स्मिता सिंह, डायटिशियन