लखनऊ (ब्यूरो)। नगर निगम हो या एलडीए, दोनों ही विभागों की ओर से कई बार रेन वॉटर हार्वेस्टिंग सिस्टम को लेकर योजना बनाई गई लेकिन अभी तक इस दिशा में कोई ठोस कदम नहीं उठाया गया है। दोनों ही विभागों की कार्य योजना फिलहाल कागजों में ही सिमट कर रह गई है।
बच सकता एक लाख लीटर पानी
अगर रेन वॉटर हार्वेस्टिंग सिस्टम लगा दिए जाएं तो हर साल एक लाख लीटर पानी बच सकता है। उदाहरण के लिए अगर एक हजार वर्ग फुट के मकान में रेन वॉटर हार्वेस्टिंग सिस्टम को लगा दिया जाए तो इतना पानी बचेगा, जिससे 150 दिन तक एक फैमिली को पानी संकट का सामना नहीं करना पड़ेगा।
लगातार गिर रहा जलस्तर
राजधानी के लगभग सभी इलाकों में तेजी से जलस्तर गिर रहा है। जिसकी वजह से हैैंडपंप जवाब दे रहे हैैं। परिणामस्वरूप जनता को पेयजल संकट का सामना करना पड़ रहा है। आलमबाग, इंदिरानगर, मड़ियांव, कुकरैल, सरोजनी नगर समेत कई इलाकों में जलस्तर तेजी से गिरा है। जिसकी वजह से लोगों के घरों में लगी बोरिंग तक फेल हो रही है।

ये हैैं पानी के स्रोत
675 नलकूप सभी वार्ड मिलाकर
141 ओवरहेड टैैंक से होती है पानी सप्लाई
13 हजार हैैंडपंप चालू हालत में
38 जोनल पंपिंग स्टेशन हैैं

वाशिंग सेंटर्स पर लगाम जरूरी
राजधानी के लगभग सभी इलाकों में धड़ल्ले से वाशिंग सेंटर्स खुले हुए हैैं। जिसकी वजह से रोजाना लाखों लीटर पानी वेस्ट हो रहा है। निगम की ओर से इन पर कार्रवाई किए जाने संंबधी अभियान का खाका तो तैयार किया गया लेकिन अभी तक कार्रवाई नहीं हुई।