लखनऊ (ब्यूरो)। एलडीए प्रवर्तन जोन-2 की टीम ने मोहनलालगंज के पुरसैनी में एक अवैध प्लाटिंग के ध्वस्तीकरण की कार्यवाही की गई। वहीं, प्रवर्तन जोन-1 एवं प्रवर्तन जोन-3 की टीम ने अवैध रूप से किये जा रहे होटल, रेस्टोरेंट एवं मैरिज लॉन के निर्माण को सील किया गया।

कॉलोनी विकसित हो रही थी

प्रवर्तन जोन-2 की जोनल अधिकारी प्रिया सिंह ने बताया कि रोहित कुमार सिंह, राहुल कुमार सिंह, रितेश सिंह व अन्य द्वारा मोहनलालगंज के पुरसैनी में खसरा संख्या-825 पर लगभग 2.5 बीघा क्षेत्रफल में अवैध रूप से प्लाटिंग का कार्य करते हुए कालोनी विकसित की जा रही थी। प्राधिकरण से लेआउट स्वीकृत कराये बिना की जा रही इस अवैध प्लाटिंग के विरुद्ध विहित न्यायालय द्वारा वाद योजित करते हुए ध्वस्तीकरण के आदेश पारित किये गये थे। उक्त आदेश के अनुपालन में सहायक अभियंता वाईपी सिंह के नेतृत्व में टीम ने डेवलपर द्वारा स्थल पर विकसित की गयी कच्ची-पक्की सड़कें, नाली, बाउंड्रीवॉल, साइट ऑफिस व बिजली के खंभे आदि को पूरी तरह ध्वस्त कर दिया।

अहिमामऊ में अवैध रेस्टोरेंट सील

प्रवर्तन जोन-1 की जोनल अधिकारी प्रिया सिंह ने बताया कि सुधीर जायसवाल व अन्य द्वारा सुशांत गोल्फ सिटी थानाक्षेत्र के अंतर्गत सुलतानपुर रोड स्थित अहिमामऊ में पांडेय ट्रेडर्स के सामने अवैध रूप से भूतल पर व्यवसायिक दुकान तथा प्रथम व द्वितीय तल पर रेस्टोरेंट के संचालन के लिए भवन का निर्माण कराया गया था। जिसके विरुद्ध विहित न्यायालय द्वारा वाद योजित करते हुए सीलिंग के आदेश पारित किये गये थे। इसके अनुपालन में सहायक अभियंता शिवा सिंह के नेतृत्व में टीम ने उक्त अवैध बिल्डिंग को सील कर दिया।

अवैध होटल व मैरिज लॉन सील

प्रवर्तन जोन-2 के जोनल अधिकारी देवांश त्रिवेदी ने बताया कि रिजवाना सिद्दीकी द्वारा कानपुर रोड स्थित आजाद नगर में अयाज गारमेंट्स के बगल में लगभग 400 वर्गमीटर क्षेत्रफल में होटल के संचालन के लिए अवैध रूप से बेसमेंट समेत तीन मंजिला भवन का निर्माण कराया गया है। इसके अलावा महेंद्र यादव व अन्य द्वारा पारा के सदरौना में अजीतन खेड़ा मार्ग पर लगभग 5000 वर्गमीटर क्षेत्रफल में पूर्व से संचालित शंकर मैरिज लॉन में बिना स्वीकृत मानचित्र के कमरों व गेट आदि का निर्माण कराया जा रहा था। उक्त दोनों अवैध निर्माण के विरुद्ध विहित न्यायालय द्वारा वाद योजित करते हुए सीलिंग के आदेश पारित किये गये थे। जिसके अनुपालन में सहायक अभियंता वाईपी सिंह के नेतृत्व में टीम ने दोनों भवनों को सील कर दिया।