-जोनल पद पर तैनात कर अधीक्षकों को वापस उनकी मूल जिम्मेदारी सौंपी गई

-अंबी बिष्ट को जोनल अधिकारी सात बनाया गया

LUCKNOW एक बार फिर से नगर निगम के जोनल अधिकारियों के कार्यक्षेत्र में बदलाव किया गया है। जोनल की जिम्मेदारी निभा रहे कर अधीक्षकों को वापस उनके मूल पद पर भेज दिया गया है। सूत्रों की माने तो टैक्स वसूली में लापरवाही और काम में बरती गई ढिलाई के कारण ही उक्त बदलाव हुआ है। यह कदम नगर आयुक्त अजय कुमार द्विवेदी की ओर से उठाया गया है।

अंबी को फिर मिला चार्ज

कुछ माह पूर्व समीक्षा बैठक के दौरान नगर आयुक्त से भिड़ंत के कारण अंबी बिष्ट को जोन छह से हटाया गया था। मामला यह था कि जोन छह में डस्टबिन न लगाए जाने की शिकायत पर नगर आयुक्त ने नाराजगी जताई थी तो अंबी ने उन पर बेवजह परेशान करने का आरोप लगाया था। जोनल अधिकारी से हटाकर उन्हें मुख्यालय से संबंद्ध करते हुए उद्यान और वेंडिंग जोन का काम दिया गया था। अब उन्हें जोनल अधिकारी सात बनाया गया है।

यह भी बदलाव

इसके अलावा संयुक्त नगर आयुक्त अवनींद्र कुमार सिंह को पूर्व में दी गई जिम्मेदारियों के साथ जोनल अधिकारी एक का प्रभार भी दिया गया है। जोनल अधिकारी एक का काम देख रहे दिलीप श्रीवास्तव को जोन सात का कर अधीक्षक बनाया गया है। जोनल अधिकारी छह का काम देख रहीं सहायक नगर आयुक्त प्रज्ञा सिंह को जोनल अधिकारी तीन बनाया गया है। कर निर्धारण अधिकारी डा। बिन्नो अब्बास रिजवी को जोनल अधिकारी छह बनाया गया है। वह करीब एक साल तक स्थानीय निकाय निदेशालय से संबंद्ध थीं और कुछ दिन पहले ही नगर निगम में वापसी हुई है।

ये भी बदले

जोनल अधिकारी तीन रहे राजेश सिंह को जोन एक में कर अधीक्षक बनाया गया है। जोनल अधिकारी सात रहे चंद्रशेखर यादव को जोन छह में कर अधीक्षक बनाया गया है। ट्रांसफर होकर बाहर से आए कर अधीक्षक अजीत कुमार राय को जोन तीन का कर अधीक्षक और आरआर विभाग का कनिष्ठ प्रभार दिया गया है।

राजस्व निरीक्षकों पर भी गिर सकती है गाज

तीन साल से अधिक समय से महत्वपूर्ण जोनों में तैनात राजस्व निरीक्षकों को भी बदला जा सकता है। इसमें कर राजस्व निरीक्षकों की शिकायत भी अधिकारियों को मिली है, जो पहले अधिक भवन कर लगाकर फिर कम करके मनमानी वसूली कर रहे हैं।