लखनऊ (ब्यूरो)। राजधानी के चिड़ियाघर की शान बब्बर शेर पृथ्वी ने शनिवार को आखिरी सांस ली। उसके जाते ही उसकी जोड़ीदार शेरनी वसुंधरा उदास व गुमसुम हो गई। रविवार को जब दर्शक चिड़ियाघर में बब्बर शेर के बाड़े की तरफ गए तो वसुंधरा बाड़े में उदास व गुमसुम लेटी रही। उसने कोई चहलकदमी नहीं की। न ही दर्शकों की तरफ देखा। वह उदास एक कोने में लेटी रही। दर्शक आए और उसको देखते हुए बाघ के बाड़े की तरफ बढ़ते गए। जू के अधिकारियों के मुताबिक, वसुंधरा को पृथ्वी के जाने का सदमा लगा है। दोनों जू में 2015 से साथ रह रहे थे।

सता रही पृथ्वी की याद

पृथ्वी व वसुंधरा 2015 से साथ रह रहे थे। पृथ्वी की 14 जून से तबियत खराब चल रही थी, ऐसे में उसे अस्पताल लाया गया था। उसे अस्पताल में भर्ती करने के दौरान वसुंधरा में ज्यादा बैचेनी देखने को मिली थी। उसने उस दौरान खाना पीना छोड़ दिया था। वह बाड़े में पृथ्वी को खोजती रहती थी। उसकी इस हालत को देखते हुए वसुंधरा की सेहत का खास ख्याल रखा जाने लगा था, जिससे वह धीरे-धीरे ठीक रहने लगी। लेकिन उसकी मौत के बाद वसुंधरा फिर उदास हो गई है। जू के उपनिदेशक व चिकित्सक डॉ। उत्कर्ष शुक्ला ने बताया कि चूंकि दोनों लंबे समय से साथ थे ऐसे में पृथ्वी की मौत से उसको सदमा तो लगा ही है। उसे पृथ्वी की याद भी आ रही होगी, लेकिन अभी उसकी स्थिति ठीक है। लगातार उसकी देखभाल की जा रही है। पृथ्वी 3 हफ्ते से अस्पताल में भर्ती था। उसकी मौत भी अस्पताल में हुई थी। अगर दोनों एक साथ होते और पृथ्वी की मौत वसुंधरा के सामने होती तो उसकी स्थिति और खराब हो सकती थी।

इंसानों की तरह मजबूत बॉन्डिंग

डॉ। उत्कर्ष शुक्ला ने बताया कि जैसे इंसानों में एक-दूसरे के प्रति प्रेम व अपनेपन का भाव होता है। ऐसे ही जानवरों में भी यह भाव देखने को मिलता है। इस विषय पर काफी रिसर्च हो रही है। उनसे यही पता चलता है कि जानवरों के बीच भी बॉन्ड होता है, जो उन्हें एक-दूसरे से जोड़ कर रखता है। ऐसे में एक के जाने के बाद दूसरा दुखी होता है और कई बार डिप्रेशन में भी चला जाता है।

इकलौता बब्बर शेर का परिवार

जू में यह इकलौता बब्बर शेर का परिवार था। इसमें पृथ्वी की संगिनी वसुंधरा और उसके दो बच्चे नाज और शीना एक साथ रह रहे थे। उनके इस परिवार को देखने आसपास के जिलों से दर्शक जू आते थे। पृथ्वी की मौत के बाद बाड़े में सन्नाटा छा गया है।

अब शेर लाने की तैयारी

जू में पृथ्वी की मौत के बाद तीन बब्बर शेरनियां ही बची हैं। ऐसे में जू प्रशासन एक शेर को जू लाने की तैयारी कर रहा है। जू अधिकारियों ने बताया कि इसके लिए अलग-अलग चिड़ियाघरों में बातचीत चल रही है। सब ठीक रहा तो जल्द ही एक बब्बर शेर लखनऊ जू आ जाएगा।

कई 'स्टार्स' कह गए अलविदा

-करीब डेढ़ साल पहले 14 साल की हिप्पो मुन्नी ने दम तोड़ दिया था।

-बीते साल चिंपैजी जैक्सन की भी मौत हो गई थी।

-गैंडे लोहित ने साल 2018 में दम तोड़ दिया था।

-साल 2019 में हुक्कू बंदर कालू भी गुजर चुका है।

-इसके अलावा बाघिन कजरी, तेंदुआ अशोक समेत कई जानवरों की मौत हो चुकी है।