लखनऊ (ब्यूरो)। जेनेश्वर मिश्र पार्क जी-20 तिराहा के पास मंगलवार सुबह करीब 150 किमी प्रति घंटे की स्पीड से दौड़ रही एक्सयूवी-700 की टक्कर से एडिशनल एसपी श्वेता श्रीवास्तव के 9 साल के बेटे नामिश की मौत हो गई। हादसा इतना दर्दनाक था कि टक्कर के बाद नामिश करीब 20 फीट उछलकर दूर जा गिरा। सिर, चेहरे और पेट पर गंभीर चोट आने की वजह से उसकी मौत हो गई। गोमती नगर विस्तार थाना पुलिस ने आईपीसी 304 (गैर इरादतन हत्या) के तहत केस दर्ज कर इंदिरानगर निवासी आरोपी कार चालक सार्थक सिंह और उसके साथी देव श्री वर्मा को 10 घंटे के भीतर गिरफ्तार कर लिया। आरोपियों के कब्जे से दुर्घटना में शामिल गाड़ी भी बरामद कर ली गई।

स्केटिंग प्रैक्टिस के दौरान हुआ हादसा

2007 बैच की श्वेता श्रीवास्तव पुलिस मुख्यालय एसआईटी (स्पेशल इंवेस्टिगेशन टीम) में बतौर एडिशनल एसपी कार्यरत हैं। वह इंदिरा नगर के संजय गांधी पुरम एम 59/बी स्थित मकान में अपनी मां और इकलौते बेटे नामिश की साथ रहती हैं। नामिश के पिता गुड़गांव में एक बैंक में बतौर बैंक मैनेजर कार्यरत हैं। बेटा नामिश गोमतीनगर के सेंट फ्रांसिस स्कूल में तीसरी कक्षा का छात्र था। वह जनेश्वर मिश्र पार्क में स्केटिंग की कोचिंग लेता था। रोजाना उसकी इनडोर ट्रेनिंग होती थी, लेकिन मंगलवार को उसकी आउटडोर ट्रेनिंग थी। वह सुबह करीब पांच बजे अपनी मां श्वेता के साथ स्केटिंग की ट्रेनिंग पर गया। साथ में एक और बच्चा भी था। ट्रेनर गौरव उसे आउटडोर ट्रेनिंग के लिए जनेश्वर मिश्र पार्क जी-20 तिराहा पिपरघाट रोड पर ले गए। इस दौरान नामिश की मां भी वहां साथ में थीं। यहां पर पोल नंबर-40 के पास पहुंचे तभी शहीदपथ पिपराघाट की तरफ से तेज रफ्तार से आ रही एक्सयूवी-700 ने नामिश को पीछे से जोरदार टक्कर मार दी।

मां के सामने बेटे को उड़ाया

जोरदार टक्कर से नामिश उछलकर दूर जा गिरा और लहुलूहान हो गया। घटना को अंजाम देने के बाद चालक कार समेत मौके से फरार हो गया। इस दौरान नामिश रोड पर खून से लथपथ पड़ा रहा। उसके पेट, सिर और चेेहरे पर गंभीर चोट आई थी। खून रुकने का नाम नहीं ले रहा था। यह सब देख मां के होश उड़ गए। फौरन बेटे को विराजखंड स्थित सहारा हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। जिसके बाद घर में कोहराम मच गया। सभी का रो-रोकर बुरा हाल हो गया। बताया गया कि हादसे के दौरान नामिश की मां रोड के दूसरी तरफ थी। तभी उनके सामने तेज रफ्तार कार ने बेटे को टक्कर मार दी।

पुलिस महकमे में शोक की लहर

हादसे की सूचना मिलते ही बच्चे के घर और कॉलोनी में मातम पसर गया। पुलिस मुख्यालय से लेकर लखनऊ पुलिस कमिश्नरेट तक की पुलिस को यकीन नहीं हो रहा था कि एसपी एडिशनल श्वेता का इकलौता बेटा अब नहीं रहा। इस सूचना पर डीजीपी विजय कुमार, स्पेशल डीजी प्रशांत कुमार, डीजी ट्रेनिंग रेणुका मिश्रा, एडीजी डीके ठाकुर, एडीजी पियूष मोर्डिया, एडीजी नवीन अरोड़ा समेत कई पुलिस अधिकारियों ने उनके घर पहुंचकर परिवार को सांत्वना दी।

आरोपियों तक ऐसे पहुंची पुलिस

डीसीपी ईस्ट आशीष श्रीवास्तव ने बताया कि घटना के बाद पांच टीमें गठित की गईं। इन टीमों ने जनेश्वर पार्क, गोमती नगर, गोमती नगर विस्तार, पॉलीटेक्निक चौराहा, कमता चौराहा, समतामूलक समेत कई चौराहों का सीसीटीवी कैमरे खंगाले। इस दौरान जनेश्वर पार्क गेट नंबर-6 पर लगे एक कैमरे में आरोपी की गाड़ी कैद हो गई। इसके अलावा कई और चौराहों पर आरोपियों की गाड़ी कैद हुई। जिसके बाद पुलिस गाड़ी नंबर की मदद से आरोपियों तक पहुंची। पुलिस जांच में सामने आया कि इंदिरा नगर निवासी आरोपी चालक सार्थक सिंह एमिटी यूनिवर्सिटी में बीबीए का छात्र है। उसके पिता रविंद्र सिंह उर्फ पप्पू सपा नेता हैं। वह बाराबंकी रामनगर से पूर्व जिला पंचायत सदस्य रह चुके हैं। वहीं, दूसरा आरोपी देव श्री वर्मा है, जोकि इंजीनियरिंग का छात्र है।

रेस बनी नामिश की मौत की वजह

डीसीपी ने बताया कि आरोपियों से पूछताछ में सामने आया कि गाड़ी नंबर (यूपी-32 एनटी 6669) आरोपी देव श्री वर्मा के चाचा की है। पिछली रात देव गाड़ी लेकर आया था। देव श्री और सार्थक में आपस में शर्त लगी थी कि दोनों में से तेज गाड़ी कौन चलाता है। प्लान के मुताबिक, दोनों मंगलवार तड़के अपने घर से निकले और जनेश्वर पार्क जी-20 रोड पहुंचे, यहां पर पहले देव श्री ने करीब 150 की रफ्तार से गाड़ी चलाई। इसके बाद सार्थक की बारी आई तो उसने 150 से अधिक की स्पीड से गाड़ी चलाई। जिसकी वजह से यह हादसा हो गया।

स्केटिंग प्रैक्टिस के दौरान हादसा हुआ है। आरोपियों को पकड़ने के लिए पुलिस ने पांच टीमें गठित की थीं। सीसीटीवी फुटेज की मदद से कार चालक और उसके साथियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपियों से पूछताछ की जा रही है।

आशीष श्रीवास्तव, डीसीपी पूर्वी