लखनऊ (ब्यूरो)। राजधानी में नए साल में सबसे बड़ा बदलाव लखनऊ प्राणि उद्यान और नाइट सफारी के तौर पर मिलेगा। जिससे न केवल जानवरों को अधिक नैसर्गिक माहौल मिलेगा। बल्कि पर्यटन को बढ़ावा मिलेगा। नए साल में दो प्लान शुरू करने की कवायद तेज हो गई है।

पर्यटन बढ़ाने पर रहेगा फोकस

सिंगापुर की तर्ज पर देश की पहली नाइट सफारी और जैव विविधता पार्क विकसित किया जायेगा। जो कुकरैल वन क्षेत्र में 350 एकड़ में विकसित होगा। इसमें आर्टिफिशियन मूनलाइट की सुविधा की जायेगी। ताकि रात में जानवरों को कोई दिक्कत न हो। इसके अलावा कैनोपी वॉक, कैंपिंग, माउंटेन बाइक ट्रैक और फूड कोर्ट आदि की सुविधा मिलेगी।

नया प्राणि उद्यान

लखनऊ के नरही क्षेत्र में स्थित नवाब वाजिद अली शाह प्राणि उद्यान को कुकरैल क्षेत्र में शिफ्ट किया जायेगा, जो करीब 150 एकड़ में बनाया जायेगा। इसे केरल के चिडिय़ाघर की तर्ज पर शिफ्ट किया जा रहा है। प्रदेश सरकार ने इसके लिए मंजूरी दे दी है, जिसके बाद केंद्रीय चिडिय़ाघर को इसका प्रस्ताव भेजा गया है। मंजूरी मिलने के बाद वन्यजीवों की शिफ्टिंग विशेष पिंजड़े में की जायेगी। सरकार की मंशा अनुसार अगला स्थापना दिवस वहीं मनाने की तैयारी चल रही है।

प्राकृतिक विज्ञान संग्रहालय

राज्य संग्रहालय परिसर में प्रदेश का पहला प्राकृतिक विज्ञान संग्रहालय खुलेगा। इसकी बिल्डिंग बनकर तैयार हो चुकी है। करीब 22 करोड़ की लागत से इसे बनाया जायेगा। यह तीन मंजिला भवन होगा, जिसमें जुरासिक पार्क से लेकर लुप्तप्राय जानवरों के बारे में जानकारी मिलेगी। इसको अगले साल मार्च-अप्रैल तक शुरू करने की तैयारी चल रही है। इसके खुल जाने से नेचर लवर्स को प्रकृति के बारे में विस्तार से जानने का मौका मिलेगा।