- स्मार्ट सिटी के लिए मात्र दस हजार पांच सौ आए वोट

- नगर निगम ने थर्सडे को प्रपोजल का ड्राफ्ट किया मेल

- जनवरी मंथ में स्मार्ट सिटी का आ जाएगा रिजल्ट

LUCKNOW: स्मार्ट सिटी के लिए वोटिंग करने के मामले में लखनवाइट्स आखिरकार पीछड़ गए। अब तक मात्र दस हजार पांच सौ वोट ही ऑनलाइन दर्ज किये गए। इसी के साथ थर्सडे को ऑनलाइन वोटिंग की टाइम लाइन खत्म हो गई। नगर निगम ने थर्सडे को क्वालिटी ऑफ प्रपोजल भारत सरकार की वेबसाइट 'माई गवर्नमेंट डॉट कॉम' में अपलोड कर दी। सात सिंतबर तक प्रपोजल को स्टेट गवर्नमेंट को सब्मिट कर दिया जाएगा। भारत सरकार जनवरी में रिजल्ट घोषित कर देगा।

क्भ् को भेजेंगे रिपोर्ट

इससे पहले मैनुअल सुझाव के लिए लखनऊ ने लोगों के सुझाव पहले ही जुटा लिया है। इन पर ही प्रोजेक्ट तैयार किया जाएगा। इसे क्0 दिसंबर को राज्य सरकार को और राज्य की ओर से क्भ् दिसंबर को केंद्र सरकार को भेजा जाएगा। वहीं, नगर निगम विजन प्लान बनाने में जुटा है। अपर नगर आयुक्त पीके श्रीवास्तव ने बताया कि थर्सडे नाइट तक प्रपोजल और सुझाव भारत सरकार की वेबसाइट पर अपलोड कर दी जाएगी। स्मार्ट सिटी के लिए सुझाव जुटाने का काम पूरा हो गया है। अब नगर निगम और कंसल्टेंट कंपनी विजन प्लान बनाने में जुटा हुआ है। प्लान तैयार करने के बाद केंद्र सरकार को भेजा जाएगा।

कमी पूरी करेगा ऑफलाइन

स्मार्ट सिटी के पहले फेज की दौड़ में शामिल करने के लिए चुने गए 98 शहरों ने पब्लिक वोटिंग सिस्टम शुरू किया था। इसमें लखनऊ कई शहरों से पीछे रह गया। अंतिम दिन तक वोटिंग आप्शन खत्म होने तक लखनऊ का स्कोर मात्र दस हजार पांच सौ था। जबकि इलाहाबाद समेत कई अन्य शहर एक लाख के आंकड़े को छू रहे हैं। लखनऊ नगर निगम स्मार्ट सिटी की दौड़ में शामिल कराने के लिए ऑनलाइन परीक्षा में ही असफल होने पर ऑफलाइन की स्कोरिंग में जुटा है। प्रपोजल सब्मिट करने के बाद स्टेट गवर्नमेंट इसकी समीक्षा करेगा। भारत सरकार स्मार्ट सिटी के पहले फेज में बीस शहरों का रिजल्ट जनवरी तक जारी कर देगा।

डीएम राज शेखर ने बताया कि स्मार्ट सिटी के लिए मसौदा तैयार है। पांच दिसंबर की शाम तक सभी सम्बन्धित विभागों द्वारा अन्य योजनाओं की रिपोर्ट के साथ डावेटेलिंग और लिंकेज के लिए अनुरोध किया गया है। उन्होंने भी बताया कि म् दिसंबर को ड्राफ्ट अंतिम वर्ष के लिए तैयार हो जायेगा और 7 दिसंबर से सरकार को प्रस्तुत किया जायेगा। अपर नगर आयुक्त पीके श्रीवास्तव का कहना है कि लखनवाइट्स पहले फेज में स्मार्ट सिटी के मिलने की उम्मीद नहीं तोड़े। क्यों कि केवल ऑन लाइन स्कोर ही यह तय नहीं करता है कि कौन सा शहर पहले चुना जाएगा। नगर निगम की तरह से भेजा जाने वाला प्रपोजल जितना स्ट्रांग होगा उसके अनुसार शहरों का चयन किया जाएगा।