- शहर की सीवर व्यवस्था का काम नवंबर 2019 से एक निजी कंपनी देख रही है

LUCKNOW:

शहर की सीवर व्यवस्था का काम नवंबर 2019 में जलकल महकमे से लेकर निजी कंपनी सुएज को इस उम्मीद से दिया गया था कि सेवाएं बेहतर होंगी, लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है। निजी कंपनी ने पहले तो गाडि़यों का तामझाम दिखाया और मशीनों से सफाई कराई, लेकिन समय के साथ ही वह सेवाएं देने में लापरवाह साबित होती गई। हालत यह है कि मानदेय न मिलने से पिछले सप्ताह कर्मचारी हड़ताल पर चले गए, जिससे सीवर व्यवस्था पटरी से उतर गई थी।

खुले में सीवर बह रहा था

एक सप्ताह पहले राजाबाजार के मुर्तजा हसन रोड पर खुले में सीवर बह रहा था। लाइन चोक होने से कंघी वाली गली में भी सीवर भरा हुआ था। करीब एक सप्ताह तक यहां के निवासी गंदगी के बीच से होकर गुजर रहे थे। अगर समय से सीवर लाइन की सफाई की गई होती तो यह हालत न होती। निवासियों की नाराजगी के बाद ही निजी कंपनी के अधिकारी सक्रिय हो पाए और सड़क को बंद कर सफाई हो सकी।

सीवर चोक होने से परेशान

पेपर मिल कालोनी के बाबापुरवा में भी सीवर लाइन चोक रहने के चलते यहां के निवासी परेशान हैं। वहीं, लोकमान्य गंज में तो कई माह से लोग सीवर समस्या से परेशान हैं। यह कुछ मामले हैं, लेकिन हकीकत यह है कि सीवर लाइन चोक होने से उसका असर पेयजल आपूर्ति पर पड़ता है और नलों से गंदा पानी आने लगता है। इस संबंध में सुएज कंपनी के अधिकारी राजेश मठपाल से पक्ष जानने के लिए कॉल की गई, लेकिन उनका फोन बंद था।

शासन से होता है भुगतान

जलकल और नगर निगम के अधिकारियों का निजी कंपनी पर कोई नियंत्रण नहीं है। दरअसल, अनुबंध के तहत निजी कंपनी को भुगतान शासन की तरफ से होता है। इसलिए कंपनी के अधिकारी सुनवाई में आनाकानी करते हैं।

पार्षद भी नाराज

यहियागंज वार्ड के पार्षद व नगर निगम कार्यकारिणी समिति के उपाध्यक्ष रजनीश गुप्ता का कहना है कि निजी कंपनी सुएज सीवर सफाई से लेकर अन्य कार्य करने में लापरवाही बरत रही है। कंपनी के अनुबंध में था कि वह जर्जर सीवर लाइन को भी बदलेगी, लेकिन ऐसा नहीं हो रहा है। इतना ही नहीं मेनहोल के ढक्कन तक ठीक नहीं किए जा रहे हैं। मैथिलीशरण गुप्त वार्ड के पार्षद दिलीप श्रीवास्तव का कहना है कि कंपनी बड़ी मशीनों से सफाई नहीं कर रही है। सीवर लाइन चोक है। इंदिरानगर ए-ब्लाक 434, बी-2279 व सी-1153 के सामने सीवर लाइन चोक है इस कारण नलों से भी गंदा पानी आ रहा है।

मेयर तक पहुंच रही शिकायत

निजी कंपनी में सुनवाई न होने से शहरवासी सीवर की समस्या का निराकरण करने के लिए महापौर संयुक्ता भाटिया को फोन कर रहे हैं। महापौर कहती हैं कि उनके पास सीवर संबंधी शिकायतें आती हैं तो वह निजी कंपनी को निराकरण कराने के लिए कहती हैं। महापौर कहती हैं कि निजी कंपनी के कर्मचारी मानदेय न मिलने से हड़ताल पर चले गए थे और काम बंद हो गया था, लेकिन अब काम चालू हो गया है।

कंपनी को करने हैं यह काम

-सीवर लाइन की सफाई

-अगर सीवर लाइन खराब हो गई है तो उसे बदलना

-मेनहोल के चैंबर बनाना

-मेनहोल के टूटे ढक्कन को बदलना

-एसटीपी का संचालन मानकों के तरह करना

-सीवेज पंपिंग स्टेशन का संचालन करना