- एलयू में पेपर बनाने वाले टीचर की मंजूरी के बाद ही चेक होंगी कॉपियां

- इस बार किसी तरह की गलती नहीं चाहता है लखनऊ यूनिवर्सिटी प्रशासन

LUCKNOW :

लखनऊ यूनिवर्सिटी में पोस्ट ग्रेजुएट कोर्सेज के लिए एंट्रेंस एग्जाम की कॉपियों के मूल्याकंन से पहले आंसर की तैयार होनी हैं। इसके लिए यूनिवर्सिटी की ओर से गठित कमेटी सबसे पहले नए सिरे से सभी कोर्सेज के क्वेश्चन पेपर के आंसर की तैयार कराएगी। उसके बाद उस आंसर की को क्वेश्चन पेपर बनाने वाले टीचर से वेरीफाई कराने के बाद ही मूल्यांकन कार्य शुरू होगा।

एलयू अब नहीं करना चाहता है कोई गलती

एलयू वीसी ने ¨हदी विभाग के प्रो। पवन अग्रवाल, भौतिक विज्ञान के प्रो। राजीव मनोहर, रसायन विज्ञान विभाग के प्रो। आनंद विश्वकर्मा, रसायन विज्ञान विभाग के डॉ। जॉय सरकार और प्राचीन भारतीय इतिहास के डॉ। अनित्य गौरव को इस कमेटी में शामिल किया है। कमेटी पहले तैयार आंसर की का मूल्यांकन करेगी। इस पूरी प्रक्रिया में कमेटी की ओर से इस बार का विशेष ध्यान रखा जाएगा कि जिस सेट की आंसर की तैयार हो रही है, उसमें सभी सवालों के ऑप्शन सही हाें। अगर किसी सवाल का ऑप्शन गलत है उस सवाल का नंबर स्टूडेंट्स को दिया जाएगा। जिसे दोबारा से मेरिट तैयार करने में किसी तरह की कोई गलती न हो।

वेबसाइट पर जारी हो सकती है आंसर की

एलयू सूत्रों का कहना है कि एक बार कमेटी के ओर से आंसर की तैयार होने के बाद इसे वेबसाइट पर अपलोड भी किया जाएगा। जिसे नाराज स्टूडेंट्स को इस पूरी प्रक्रिया के पारदर्शिता को लेकर किसी तरह का कोई शंका न रहे। स्टूडेंट्स नए आंसर की से अपने ओएमआर का मिलान कर लें। इसके बाद ही एलयू दोबारा से ओएमआर का मूल्यांकन की प्रक्रिया शुरू करेगा।

लगातार बढ़ रही है नाराजगी

पीजी कोर्सेज की एडमिशन प्रक्रिया में लॉ सहित चार कोर्सेज की मेरिट में गड़बड़ी सामने आई थी। जिसके बाद से स्टूडेंट्स आंदोलित हैं। उनका आरोप हैं कि चुनिंदा आवेदकों को प्रवेश देने के लिए सूची में कई बार बदलाव कर मेरिट को बदल दिया गया है, जिससे पात्रों के साथ अन्याय हो रहा है। इसलिए ये आंदोलन जारी रहेगा। स्टूडेंट्स एलयू के कुछ बड़े अफसरों पर आरोप है कि उन्होंने ही ये गड़बडि़यां करवाई हैं। अपने कुछ चहेते स्टूडेंट्स को प्रवेश देने के लिए पूरा खेल रचा गया है। इसलिए यूनिवर्सिटी की जांच के बाद जिम्मेदारों पर गाज भी गिरने की आशंका है।