लखनऊ (ब्यूरो)। जिला निर्वाचन अधिकारी/डीएम सूर्य पाल गंगवार ने भारत निर्वाचन आयोग द्वारा जनपद के सभी मतदान स्थलों के संबंध में सर्वे कराने के निर्देशों के मद्देनजर सभी जोनल व सेक्टर आफिसर्स के साथ बैठक की। जिसमें जिला निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि 14 जुलाई 2023 से 21 जुलाई 2023 तक सभी सेक्टर आफिसर्स द्वारा मतदान केंद्रों के संबंध में अपनी आख्या दी जाएगी।

इस तरह होगा भौतिक सत्यापन

-क्या मतदेय स्थल किसी स्थाई भवन में है अथवा अस्थायी संरचना में है। यदि अस्थाई संरचना में स्थित है तो उसके क्या कारण हैं।

-क्या मतदेय स्थल का क्षेत्र 20 वर्ग मीटर या उससे अधिक है। यदि नहीं तो उसके क्या कारण हैं।

-क्या अंदर आने और बाहर जाने की अलग-अलग व्यवस्था है। यदि नहीं तो उसके क्या कारण हैं।

-क्या चुने गये कमरे एवं हाल की प्रकाश व्यवस्था ठीक है।

-क्या मतदाता को मतदेय स्थल तक पहुंचने की अधिकतम दूरी दो किमी है या उससे कम यदि दो किमी से अधिक है तो उसके क्या कारण हैं।

-क्या निर्वाचन क्षेत्र के अंर्तगत आने वाले सभी मतदान क्षेत्र सूची में सम्मिलित कर लिये गये हैं।

-क्या मतदान केंद्र किसी मंदिर, चर्च, मस्जिद, गुरुद्वारा या किसी ऐसे सार्वजनिक या निजी भवन स्थापित करने का प्रस्ताव है जिसका कोई धार्मिक महत्व है अथवा जिसमें जनता को किसी वर्ग के प्रवेश करने में तर्कसंगत आपत्ति हो सकती है।

-मतदान केंद्र जर्जर तो नहीं है और उसमें रैैंप व अन्य सुविधाएं हैैं।

बीएलओ करेंगे सर्वे

जिला निर्वाचन अधिकारी द्वारा बताया गया की मतदेय स्थलों के सर्वे के साथ साथ आगामी 21 जुलाई 2023 से 21 अगस्त 2023 तक बीएलओ द्वारा घर घर जा कर डोर टू डोर सर्वे किया जाएगा। जिसमें जो लोग वोटर बनने से छूट गए हैं, वह अपना नाम मतदाता सूची में शामिल कराने के लिए आवेदन कर सकते हैं या जो नए मतदाता जो एक अक्टूबर 2023 को 18 वर्ष के हो रहे हैैं, वह भी फार्म 6 के द्वारा अपना नाम मतदाता सूचियों शामिल कराने के लिए आवेदन कर सकते हैं।