लखनऊ (ब्यूरो)। 'साहब, मैं आशियाना सेक्टर-जी स्थित अपनी महिला मित्र के घर मिलने गया था। वहां मुझे नाश्ते में नशीली चाय दी गई, जिसे पीकर मैं बेहोश हो गया। मेरे कपड़े उतारकर अश्लील वीडियो बना लिया गया और फिर ब्लैकमेल कर वायरल करने व रेप केस में फंसाने की धमकी देकर 6 करोड़ रुपये मांगे गए। बदनामी के डर से अबतक 55 लाख रुपये दे भी चुका हूं', यह फरियाद उस शख्स की है, जो पिछले काफी समय से ब्लैकमेल करने वाले आरोपियों के चंगुल में फंसा है। परेशान होकर पीडि़त ने आशियाना थाने में एफआईआर दर्ज कराई है।

ऐसे किया ब्लैकमेल

शिकायत में पीडि़त राजेश यादव ने पुलिस को बताया कि वह आलमबाग के कैलाशपुरी के रहने वाले हैं। आरोप है कि कानपुर रोड स्थित सेक्टर-जी की रहने वाली रेनू त्रिवेदी ने उन्हें साजिश के तहत अपने घर बुलाया। यहां पर पहले से ही मोनी तिवारी बैठी थी। इसके बाद रेनू हम दोनों को चाय देकर कमरे से चली गई। चाय पीने के बाद नशा हो गया, इसके बाद मोनी अपने कपड़े उतारने लगी और फिर उसे भी अर्धनग्न कर दिया गया। थोड़ा होश आते ही वह बाथरूम में जाकर छुप गया। आरोप है कि तभी कमरे में मोनी का तथाकथित पति विजय व गौरव नाम का शख्स आया। पीडि़त दोनों को जानता नहीं था। आते ही दोनों ने गाली गलौज शुरू कर दी। बाथरूम से बाहर आया तो विजय ने मोबाइल पर वीडियो बना ली।

रेप केस दर्ज करवाने की धमकी

शिकायत में आरोप लगाया गया है कि इसके पांच मिनट बाद प्लानिंग के तहत रेनू आ गई। इन सभी ने साजिश के तहत उसे घर बुलाया था, ताकि ब्लैकमेल कर पैसे ऐठें जा सके। आरोप है कि इसके बाद विजय जायसवाल ने वीडियो वायरल करने, परिवार को बताने और थाने में रेप का मुकदमा दर्ज कराने की धमकी देकर 30 लाख रुपये की मांग की। इसके बाद आरोपियों ने मारपीट कर जबरन जेब से 22 हजार रुपये, दो सोने की अंगूठी और एक चेन छीन ली।

55 लाख रुपये दिए

पीडि़त ने बताया कि आरोपियों की ब्लैकमेलिंग से तंग आकर उसने उसी दिन पांच लाख रुपये रेनू और गौरव को दिए और इसके बाद धीरे-धीरे कर पांच किस्तों में कुल 30 लाख रुपये दे दिया। इसके बाद मामला रफा-दफा करने के लिए सुलहनामा हो गया। बावजूद इसके अब एक बार फिर रेनू, विजय, गौरव, और मोनी उसे ब्लैकमेल कर रहे हैं। उससे 6 करोड़ रुपये मांगे जा रहे हैं। इसके एवज में अबतक पीडि़त 55 लाख रुपये दे चुका है। जिससे परेशान होकर आशियाना थाना पुलिस में शिकायत दी है। पुलिस ने जांच के आधार पर केस दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है।

पीडि़त के पास साक्ष्य

पीडि़त ने बताया कि आरोपियों के ब्लैकमेल करने की वजह से वह कर्जदार हो गया है। बदनामी के डर से वह उन लोगों को इतनी बड़ी रकम दे चुका है। उसने पुलिस को बताया कि उसके पास आरोपियों के बारे में कई साक्ष्य हैं। जिसमें चैटिंग, वाइस रिकार्डिंग समेत अन्य कई साक्ष्य शामिल हैं। वहीं, आशियाना थाना प्रभारी का कहना है कि शिकायत के आधार पर केस दर्ज कर लिया गया है। मामले में अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है। जांच चल रही है।