- 1 से ज्यादा लोग अप्रैल में हुए संक्रमित

- 6,598 से ज्यादा केस 16 अप्रैल को आये

- 10 दिन से आ रहे कम केस

- 100 सैंपल में 50 लोग हो रहे थे अप्रैल में पॉजिटिव

- 100 सैंपल में 21 लोग वर्तमान में हो रहे पॉजिटिव

- पहले के मुकाबले आधी हुई पॉजिटिविटी रेट

- राजधानी में धीरे धीरे कम हो रहे मरीज

LUCKNOW: राजधानी में अप्रैल में कोरोना वायरस ने सबसे ज्यादा कर बरपाया है, जहां एक एक दिन में छह छह हजार से अधिक कोरोना संक्रमित केसेज देखने को मिल रहे थे, लेकिनए थोड़ी राहत की बात यह देखने को मिल रही है कि राजधानी में कोरोना का पॉजिटिविटी रेट धीरे धीरे कम हो रहा है यानि कोरोना ग्राफ नीचे आ रहा है। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों की मानें तो अप्रैल में पॉजिटिविटी रेट 30 परसेंट तक पहुंच गया था, लेकिन अब यह मई में आते आते 15 परसेंट तक पहुंच गया है। हालांकि अभी आगे के 4 से 5 दिन और देखने वाले हैं। इसके बाद ही कहा जा सकेगा कि राजधानी में कोरोना का पीक अब ढलान की ओर शुरू हो चुका है।

अप्रैल में एक लाख से अधिक केस

राजधानी में मार्च के आखिरी से शुरू हुआ कोरोना का कहर अप्रैल में सबसे ज्यादा देखने को मिला है। जहां बीते माह करीब 1,21,092 लोगों को कोरोना ने अपनी जद में लिया था, जहां 16 अप्रैल को सर्वाधिक 6,598 केसेस देखने को मिले थे। आलम यह था कि हफ्तों तक रोजाना पांच हजार से अधिक केसेस देखने को मिल रहे थे, जिसकी वजह से अस्पतालों तक में बेड फुल हो गए थे, जिसने स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों के भी हाथ पांव फूला कर रख दिए थे, लेकिन बीते 10 दिनों से कोरोना केसेस में धीरे धीरे कमी देखने को मिल रही है, जिससे विभाग के अधिकारियों को उम्मीद जगी है कि आगे भी अगर यहीं ट्रेंड चला तो जल्द ही कोरोना के मामले नीचे हो जाएंगे।

40 फीसद तक कम

एसीएमओ डॉ। मिलिंदवर्धन के मुताबिक अप्रैल के पीक में राजधानी में पॉजिटिविटी रेट 50 फीसद तक पहुंच गया था यानि हर 100 सैंपल में 50 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हो रही थी, जो विभिन्न तरीकों से लिए गए सैंपल के माध्यम से देखने को मिली है, लेकिन बीते 10 दिनों मे राजधानी में पॉजिटिविटी रेट थोड़ा कम देखने को मिल रही है। यह रेट घटकर अब 20 से 21 परसेंट पॉजिटिविटी रेट पर पहुंच चुका है यानि पहले के मुकाबले अब 100 सैंपल में 20 से 21 ही पॉजिटिव आ रहे हैं। हालांकि पीक ढलान पर है या पॉजिटिविटी बहुत कम हुई है यह कहना अभी थोड़ा जल्दी होगा। ऐसे में अगले 4 से 5 दिन और देखने वाले हैं। अगर आगे भी केसेस नहीं बढ़ते हैं और ग्राफ ऐसे ही नीचे आता रहेगा तभी उम्मीद कर सकते हैं कि राजधानी में कोरोना अपने ढलान की ओर है। हालांकि यह सब अभी बहुत जल्दी मानना है, लेकिन हम लोगों को सर्तक रहने के साथ सावधान रहना होगा।

निजी लैब में आंकड़े कम हो रहे

डॉ। मिलिंद बताते हैं कि जो आंकड़े इस समय देखने को मिल रहे है, उनसे स्थिति कुछ बेहतर होती नजर आ रही है क्योंकि निजी लैब वाले भी बता रहे हैं कि पहले के मुकाबले उनके यहां जो सैंपल आते थे, उनमें पॉजिटिविटी रेट कम देखने को मिल रहा है। जहां पहले के मुकाबले करीब 20 से 25 परसेंट तक सैंपल में पॉजिटिविटी कमी आ रही है, जो एक अच्छा संकेत माना जा सकता है। हालांकि इन सब पर भी कड़ी नजर रखनी होगी क्योंकि अगर यहां भी कमी ऐसे ही आती रही तभी कुछ बेहतरी की उम्मीद की जा सकती है, लेकिन हम सभी को आशावान रहने की जरूरत है।

यह सैंपल हुए शामिल

डॉ। मिलिंदवर्धन ने बताया कि जो पॉजिटिविटी रेट निकाला गया है वो चार तरह के हो रहे टेस्ट के आधार पर है, जिसमें आरटीपीसीआर, ट्रूनॉट, एंटीजन और सीबीनेट टेस्ट शामिल है, जो सरकारी और निजी दोनों सैंपल को मिलाकर निकाला गया है। इन सभी टेस्ट में भी पहले के मुकाबले पॉजिटिविटी में कमी देखने को मिल रही है, जो एक अच्छा संकेत माना जा सकता है।

मास्क लगाना शुरू किया

राजधानी में कोरोना पॉजिटिविटी रेट में आ रही कमी की कई वजह हैं, जिसमें पहले के मुकाबले अधिक लोगों द्वारा मास्क पहनना बड़ी वजह है। जहां पहले 10 परसेंट भी सही से मास्क नहीं लगा रहे थे। वहीं सख्ती के बाद अब लोगों ने मास्क लगाना शुरू किया है। इसके अलावा प्रशासन द्वारा पहले के मुकाबले सख्ती भी ज्यादा की जा रही है, जिसका असर राजधानी में देखने को मिल रहा है। अगर इसी तरह की सख्ती और नियमों का पालन होता रहेगा तो आगे और बेहतर नतीजे देखने को मिलेंगे।

कोट

राजधानी में पहले के मुकाबले पॉजिटिविटी रेट काफी कम हुआ है। पहले जहां 50 परसेंट तक पॉजिटिव आ रहे थे, अब वो घटकर 20 से 21 परसेंट तक पहुंच गया है। हालांकि अभी 4 से 5 दिन और देखने वाले हैं। इसके बाद ही कुछ बेहतरी देखने को मिल सकती है।

। डॉ। मिलिंदवर्धन, एसीएमओ