- कोरोना जांच फार्म में अधूरी जानकारी दिए जाने मांगा गया स्पष्टीकरण

- फॉर्म में मोबाइल नंबर मिले गलत ओर एड्रेस भी पाए गए अधूरे

द्यह्वष्द्मठ्ठश्र2@द्बठ्ठद्ग3ह्ल.ष्श्र.द्बठ्ठ

रुष्टयहृह्रङ्ख: कोरोना जांच के नाम पर राजधानी में प्राइवेट लैब की मनमानी जारी है। इन लैब में मरीजों की आधी-अधूरी जानकारी फॉर्म पर भरकर जांच रिपोर्ट तैयार की जा रही है। स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारी जब संक्रमित व्यक्ति से संपर्क करने की कोशिश करते हैं तो उनका मोबाइल नंबर गलत और पता भी पूरा नहीं मिलता है। ऐसे ही कई मामले सामने आने पर एक प्राइवेट लैब को नोटिस जारी कर अगले आदेश तक बंद कर दिया गया है।

एड्रेस की जगह सिर्फ एरिया

डिप्टी सीएमओ डॉ। मिलिंद वर्धन ने बताया कि कोविन पोर्टल पर दो पॉजिटिव रिपोर्ट अपडेट की गई, जिनके सामने फॉरेन ट्रेवलर लिखा था। ऐसे मरीजों की जीनोम सिक्वेंसिंग कराना जरूरी होता है। जब जानकारी के लिए डॉ। राजा के साथ अलीगंज स्थित न्यू लखनऊ डायग्नोस्टिक सेंटर पहुंचे तो पता चला कि उनका मोबाइल नंबर तो गलत दर्ज किया ही गया था साथ ही पते की जगह सिर्फ अमीनाबाद लिखा था। इसके बाद अन्य फॉर्मो की जांच की गई तो उनमें भी इसी तरह की अनियमितताएं मिलीं। यहां बायोवेस्ट मैनेजमेंट की व्यवस्था भी मानक अनुरूप नहीं थी। लैब से आईसीएमआर फॉर्म में सही जानकारी न देने और अन्य कमियों पर नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा गया है। स्पष्टीकरण मिलने तक लैब को बंद कर दिया गया है।