लखनऊ (ब्यूरो)। आखिरकार पीडब्ल्यूडी की ओर से निशातगंज गोमती पुल की क्षतिग्रस्त रेलिंग को दुरुस्त कराने का काम शुरू कराया जा रहा है। इस संबंध में विभाग की ओर से टेंडर निकाल दिया गया है और पूरी उम्मीद है कि एक सप्ताह के अंदर इस पर काम भी शुरू हो सकता है।

रेलिंग हो गई है खतरनाक

निशातगंज और हनुमान सेतु की तरफ जाने के लिए गोमती पर बने पुल को पार करना पड़ता है। रोजाना इस पुल से सात हजार से अधिक गुजरते हैं। आलम यह है कि सिकंदरबाग की तरफ जाने पर पुल के एंट्री प्वाइंट पर ही बायीं और दायीं तरफ रेलिंग का एक बड़ा हिस्सा टूटा हुआ है। इसकी वजह से कोई हादसा न हो, यहां पर रस्सी बांध दी गई है साथ ही नुकीली रॉड लगा दी गई है।

डीजे आईनेक्स्ट ने उठाया था मुद्दा

डीजे आईनेक्स्ट की ओर से इस मुद्दे को प्रमुखता से प्रकाशित किया गया था। जिसके बाद पीडब्ल्यूडी की ओर से उक्त मामले को संज्ञान में लिया गया और क्षतिग्रस्त रेलिंग के मेंटीनेंस के लिए टेंडर प्रक्रिया शुरू की गई। पीडब्ल्यूडी अधिकारियों का कहना है कि एक सप्ताह के अंदर क्षतिग्रस्त रेलिंग के मेंटीनेंस का काम शुरू कर दिया जाएगा।

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निर्माण साइट्स पर बिखरा न दिखे मलबा

मंडलायुक्त डॉ। रोशन जैकब की अध्यक्षता में राजधानी के राजमार्गों, रिंग रोड व एक्सप्रेस वे से संबंधित समस्याओं के निदान के लिए आयुक्त सभागार में बैठक हुई। मंडलायुक्त ने एनएचएआई के संबंधित अधिकारी को निर्देश दिए कि निर्माण वाली साइट्स पर मैटेरियल, रेलिंग, मलवा इधर-उधर बिखरा न रहे। उसे एक स्थान पर व्यवस्थित ढंग, व्यू कटर से कवर करके रखा जाए। उन्होंने कहा कि शहीद पथ के किनारे जो भी अनावश्यक झाडिय़ां हैं, उनको तत्काल एनएचएआई द्वारा छंटाई कराई जाए। मंडलायुक्त ने एनएचएआई द्वारा सड़कों के कार्य की प्रगति रिपोर्ट बैठक में न लाने पर नाराजगी व्यक्त की।