लखनऊ (ब्यूरो)। पति-पत्नी के बीच झगड़ा अब काल का कारण बन रहा है। जरा-जरा से विवाद में कई बार कभी पति तो कभी पत्नी मौत तक को गले लगाने से नहीं चूक रहे हैं। नाका थाना क्षेत्र में एक व्यक्ति ने पत्नी की प्रताड़ना से परेशान होकर आत्महत्या कर ली। मौत से पहले उसने एक विडियो भी बनाया, जिसमें उसने अपनी पत्नी और ससुराल पक्ष पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है। पुलिस ने इस मामले में ससुराल पक्ष पर केस दर्ज कर लिया है।

मानसिक प्रताड़ना पर दी जान

नाका निवासी पार्वती जायसवाल ने बताया कि उनके बेटे राजेश की 18 साल पहले पिंकी से शादी हुई थी। इनके दो बच्चे हैं। दो साल पहले बहु झगड़ा कर बच्चों को लेकर मायके चली गई। जब बेटा बहू को लेने जाता था तो उसका प्रेमी छावड़ा और ससुराल पक्ष के लोग उसे मानसिक रूप से परेशान करने लगे। साथ ही दहेज का केस भी करा दिया। इससे परेशान होकर राजेश आत्महत्या करने की बात करता था। संडे रात उसने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। इस घटना से पहले उसने विडियो भी बनाया, जिसमें उसने अपनी पत्नी और ससुराल पक्ष पर आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाया है।

केस-1

जनवरी 2023 चौक में रहने वाले शैलेश ने घर में आत्महत्या कर ली थी। पुलिस जांच में सामने आया था कि पत्नी के प्रेमी के साथ चले जाने से आहत होकर पति ने फंदा लगाकर जान दे दी थी। घटना से पहले शैलेश ने पत्नी को फोन कर घर आने को कहा था।

केस-2

अक्टूबर 2022 को तालकटोरा के सरीपुरा केतन विहार में कुलवंत सिंह ने सिलबट्टे से कूचकर पत्नी पुष्पा की हत्या कर दी, इसके बाद खुद फांसी पर झूलकर मौत को गले लगा लिया। पुलिस जांच में सामने आया कि पुष्पा किसी से फोन पर बात करती थी।

इन तमाम वजहों से आत्महत्या

पुलिस आंकड़े बताते हैं कि पिछले एक साल में ऐसे दर्जनों केस सामने आ चुके हैं, जिसमें पति-पत्नी के बीच आपसी अनबन के बाद आत्महत्या की है। पुलिस अधिकारी बताते हैं कि अधिकतर केसों के जांच में सामने आया है कि आत्महत्या का कारण घर में काम न करना, प्रेमजाल, दहेज का लालच, हर बात पर टोका टाकी, नशा करना जैसे तमाम छोटे-छोटे कारण होते हैं।

एक बार शेयर जरूर करते हैं अपना दर्द

केजीएमयू साइकियाट्री विभाग के डॉ। आदर्श त्रिपाठी कहते हैं एक रिसर्च में सामने आया है कि सुसाइड करने वाले 60 फीसदी लोगों में मानसिक तनाव रहता है। सुसाइड से पहले वे अपनों या किसी से एक बार जरूर इन बातों को शेयर करते हैं। याद रखें कि झगड़े के बाद कभी एक-दूसरे को अकेला न छोड़े, क्योंकि अकेला रहने वाला शख्स आवेश में रहता है और दुखी भी, जिस वजह से वह गलत कदम उठा लेता है। इससे बचने का एक तरीका है। झगड़ा होने के बाद पति या पत्नी एक-दूसरे को अकेला न छोड़ें।

ऐसे रखें खुद को झगड़े से दूर

- कोई भी कदम उठाने से पहले शांत दिमाग से बात करें

- सुसाइड से अच्छा है कि अलग हो जाएं

- एक-दूसरे के साथ ज्यादा समय बिताएं

- दिक्कत होने पर पति या पत्नी से साझा करें

- अगर दोनों के बीच लड़ाई हो रही है तो एक शांत हो जाए