लखनऊ (ब्यूरो)। आईसीएसई जल्द अपने सभी स्कूलों में सेकेंड्री लेवल और सीनियर सेकेंड्री लेवल पर रोबोटिक्स और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की पढ़ाई शुरू कराने की तैयारी कर रहा है। इसको लेकर आईसीएसई बोर्ड ने आई हब फाउंडेशन फॉर कोबोटिक्स, आईआईटी दिल्ली के आईएसएफसी टेक्नोलॉजी इनोवोशन हब के साथ एमओयू साइन किया है। यह एमओयू बोर्ड ने नई टेक्नोलॉजी और उसकी महत्ता की देखते हुए किया है ताकि उन विषयों की पढ़ाई आईसीएसई बोर्ड के स्कूलों में शुरू हो सके जैसे रोबोटिक्स, आर्टिफिशल इंटेलिजेंस, मशीन लर्निंग एंड डाटा साइंस।

एक्सपर्ट की भी होगी व्यवस्था

आईएचएफसी काउंसिल की मदद 21वीं सदी में इस्तेमाल होने वाले स्किल को प्लान और एग्जिक्यूट करने में करेगा। स्टेम कोर्सेज के लिए आईएचएफसी एक्सपर्ट भी काउंसिल को देगा। ज्ञात हो कि सीबीएसई बोर्ड के स्कूलों में पहले से इन सब्जेक्ट को स्किल सब्जेक्ट के रूप में शामिल करने की प्रक्रिया शुरू की जा चुकी है। कई शहरों में इसकी पढ़ाई भी शुरू हो चुकी है। सीबीएसई अन्य स्कूलों में धीरे-धीरे इसे लागू कर रहा है।

काउंसिल तैयार कर रहा सिलेबस

आईसीएसई के हेड गेरी अराथून की ओर से जारी सर्कुलर में बताया गया है कि काउंसिल क्लास नौंवी-दसवीं और ग्यारवीं-बारहवीं के लिए रोबोटिक्स और आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की पढ़ाई शुरू करेगा। उन्होंने बताया कि हमारा प्रयास स्टूडेंट्स को विभिन्न सब्जेक्ट का विकल्प देना है ताकि भविष्य में उनको बेहतर अवसर मिल सकें। उन्होंने बताया कि इन विषयों के सिलेबस आईएचएफसी, आईआईटी दिल्ली तैयार कर रहा है।

लखनऊ के बाल वैज्ञानिकों को आईआईटी दिल्ली में मिलेंगे टिप्स

इन्सपायर अवार्ड मानक योजना 2020-21 में नेशनल लेवल पर चयनित प्रतिभागियों के लिए आईआईटी दिल्ली में 26 और 27 मई को कार्यशाला होगी। जहां चयनित बाल वैज्ञानिकों को उनके मॉडल में और सुधार के लिए विशेष टिप्स दिए जाएंगे। कार्यशाला में मिले सुझाव के बाद उनके मॉडल को राष्ट्रीय स्तर की प्रदर्शनी में शोकेस किया जाएगा। वर्कशॉप में प्रतिभाग करने वाले बाल वैज्ञानिकों को आने-जाने का किराया भत्ता व आवासीय भत्ता नियमानुसार एनआईएफ की ओर से दिया जाएगा। इस संबंध में इन्सपायर अवार्ड मानक योजना के वैज्ञानिक डॉ। विवेक कुमार द्वारा प्रदेश के शिक्षा निदेशक माध्यमिक को पत्र प्राप्त हुआ है। राष्ट्रीय स्तर की प्रदर्शनी के लिए उत्तर प्रदेश से कुल 19 बाल वैज्ञानिकों का चयन हुआ था। मंडलीय विज्ञान प्रगति अधिकारी डॉ। दिनेश कुमार ने बताया कि लखनऊ मंडल से दो बाल वैज्ञानिक चयनित हुए हैं, जिनमें लखनऊ के कैथेड्रल सीनियर सेकेंड्री स्कूल में कक्षा 10 के छात्र श्रेयांश सिंह व रायबरेली जनपद के न्यू स्टैंडर्ड पब्लिक स्कूल में कक्षा नौ के छात्र नैतिक श्रीवास्तव का नाम शामिल है। राष्ट्रीय स्तर की प्रदर्शनी में प्रतिभाग करने वाले सम्पूर्ण भारत से कुल 60 प्रतिभागियों का चयन किया जाता है, जिनमें से बेस्ट प्रोजेक्ट्स वाले छात्र-छात्राओं को भारत सरकार द्वारा 10 दिनों की जापान यात्रा करवाई जाती है।