लखनऊ (ब्यूरो)। इन्फ्लुएंजा के सब-वैरिएंट एच3एन2 वायरस का प्रकोप तेजी से फैल रहा है। ऐसे में, एक्सपट्र्स आगाह कर रहे हैं कि अगर सर्दी-जुकाम, गले में खराश, बुखार और लंबे समय तक सूखी खांसी की समस्या बनी हुई है तो सतर्क हो जाएं। इधर अस्पतालों में इन लक्षणों वाले मरीज ज्यादा आ रहे हैं। हाल ही में आईसीएमआर ने भी इसको लेकर अलर्ट जारी किया था। एच3एन2 का सबसे ज्यादा खतरा डायबिटीज, गर्भवती महिलाएं, बीपी, अस्थमा व स्टेराइड दवाओं का सेवन करने वाले मरीजों को है। इन्फ्लुएंजा वायरस से बचाव के लिए वैक्सीन लगवाएं।

आरटीपीसीआर करने की जरूरत

संजय गांधी पीजीआई में माइक्रोबायलॉजी विभाग की एचओडी प्रो। उज्जवला घोषाल ने बताया कि एच3एन2 वायरस एक प्रकार से सामान्य इन्फ्लुएंजा है। यह ज्यादा खतरनाक नहीं है, लेकिन कोरोना की ही तरह संक्रामक होता है, क्योंकि यह रेस्पीरेट्री रूट से फैलता है। यह एक प्रकार से सांस की बीमारी है। जिसकी वजह से एक में होने से यह आसपास के लोगों में आसानी से फैलता है। लोगों को बेहद सतर्क रहने की जरूरत है। इसकी पुष्टि करने के लिए अलग से आरटीपीसीआर करना पड़ता है।

खुद से एंटीबायोटिक न लें

बलरामपुर अस्पताल के सीएमएस डॉ। जीपी गुप्ता के मुताबिक, एंटीबायोटिक दवाओं का मनमर्जी से सेवन करने से बचें। आराम करें, पर्याप्त पानी पिएं और डॉक्टर की सलाह पर ही दवाएं लें। ओपीडी में सर्दी-जुकाम, बुखार व सांस लेने में तकलीफ की शिकायत लेकर रोजाना 15 से 20 मरीज आ रहे हैं। मौसम में बदलाव की वजह से यह समस्या हो सकती है। ऐसे में कम प्रतिरोधक क्षमता वाले लोगों में यह ज्यादा फैल रहा है।

अभी अस्पतालों में मौसमी बीमारियों के मरीज आ रहे हैं। इन्फ्लुएंजा वायरस एच3एन2 को लेकर सतर्क रहें। लखनऊ में फिलहाल हालात सामान्य हैं।

-डॉ। मनोज अग्रवाल, सीएमओ