- पुलिस की जांच में दोषी पाया गया स्टैंड संचालक

- निर्धारित शुल्क से अधिक पैसा लेने का था आरोप

- हजरतगंज पुलिस की जांच के बाद एसएसपी ने लिखा नगर निगम को पत्र

LUCKNOW: सहारागंज मॉल की पार्किग विवादों को लेकर हमेशा चर्चा में बनी रही। निर्धारित शुल्क के बाद भी दोगुना पैसा वसूलने को लेकर आए दिन विवादों को दामन थामने वाले स्टैंड संचालक ने नगर निगम के अधिकारी और यहां तक चर्चित आईपीएस अधिकारी अमिताभ ठाकुर तक को नहीं छोड़ा। आईपीएस अधिकारी 20 मई को कार पार्किग में दोगुना पैसा वसूलने के मामले में हजरतगंज थाने में स्टैंड संचालक के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई थी। मामले की जांच कर रही हजरतगंज पुलिस ने एसएसपी को अपनी रिपोर्ट पेश की। जिसमें स्टैंड संचालक को दोषी पाया गया। एसएसपी मंजिल सैनी ने नगर निगम को स्टैंड के टेंडर को रद्द करने के लिए पत्र लिखा है।

64 लाख रुपये का था पार्किग का ठेका

सहारागंज मॉल की पार्किग का ठेका 64 लाख रुपये का था। स्टैंड संचालक गोंडा निवासी विशाल कश्यप ने टेंडर का 75 फीसदी रकम नगर निगम को जमा भी कर दी थी। पार्किग में चार पहिया गाड़ी खड़ी करने का शुल्क 20 रुपये निर्धारित है जबकि आरोप है कि स्टैंड संचालक के कर्मचारी दो गुना पैसा यानी 40 रुपये तक वसूल करते थे। जिसकी कई बार शिकायत भी की गई थी। हजरतगंज थाने में वसूली को लेकर स्टैंड संचालक के खिलाफ आईपीसी की धारा 420, 479 के तहत केस भी दर्ज कराया गया था। इंस्पेक्टर हजरतगंज विजय मल्ल यादव ने इसकी जांच कर एसएसपी मंजिल सैनी को रिपोर्ट दी थी। जांच में स्टैंड संचालक दोषी पाया गया था।

आईजी से की थी वसूली

आईजी अमिताभ ठाकुर अपनी सेंट्रो कार मॉल के बाहर बने स्टैंड पर खड़ी कार दी। स्टैंड वाले ने कार पार्किग के चालीस रुपये मांगे, लेकिन पर्ची पर कार पार्किग के लिए केवल बीस रुपये लिखा था। आईजी ठाकुर का कहना है कि उन्होंने अधिक वसूली की वजह पूछी तो स्टैंड पर मौजूद कर्मचारियों ने उनसे अभ्रदता शुरू कर दी। बात इस हद तक बढ़ गई कि स्टैंड कर्मचारी ने अमिताभ ठाकुर को दिये बीस रुपये के भी टुकड़े- टुकड़े कर दिए।

सीरियल नंबर से हुई कर्मचारी की पहचान

एसएसपी मंजिल सैनी ने आईजी की तहरीर पर आरोपियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए। पर्ची के सीरियल नंबर के मिलान करने पर अभ्रदता करने वाले आरोपी युवक की पहचान की गई। पुलिस ने उसे हिरासत में ले लिया और पूछताछ के लिए कोतवाली ले गई।

तीन बार दिया नोटिस

सहारागंज पार्किग का विवादों से पुराना नाता है। पार्किग के नाम पर दो गुना पैसा वसूलने को लेकर पहले भी विवाद हो चुका है। इससे पहले भी नगर निगम के अपर नगर आयुक्त से भी कर्मचारियों ने दो गुना पैसा वसूला था। नगर निगम दो गुना पैसा वसूलने के मामले में अब तक स्टैंड संचालक को तीन बार नोटिस दे चुका है।